नई दिल्ली@ एनएएसी रेटिंग घोटाले का हुआ भंडाफोड़

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@ जेएनयू प्रोफेसर समेत 10 गिरफ्तार
नई दिल्ली,02 फ रवरी 2025(ए)
। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एनएएसी (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल) रेटिंग दिलाने के नाम पर रिश्वतखोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) के एक प्रोफेसर समेत 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरोह में छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों के लोग शामिल थे, जो निजी विश्वविद्यालयों से उच्च एनएएसी रेटिंग दिलाने के बदले रिश्वत वसूलते थे।
सीबीआई की अगली कार्रवाई
सीबीआई अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और अन्य शिक्षा संस्थानों व अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। संभावना है कि जल्द ही इस घोटाले में और बड़े नाम सामने आ सकते हैं। शिक्षा क्षेत्र में बढ़ता भ्रष्टाचार यह घोटाला शिक्षा क्षेत्र में बढ़ते भ्रष्टाचार की एक और बड़ी मिसाल है, जहां विश्वविद्यालयों को बेहतर रेटिंग दिलाने के लिए बड़े स्तर पर घूसखोरी हो रही थी।सीबीआई की यह कार्रवाई दर्शाती है कि अब शिक्षा संस्थानों में पारदर्शिता लाने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
घोटाले में हुए जांच में क्या-क्या हुआ बरामद ?
सीबीआई ने छापेमारी के दौरान गिरोह के पास से ₹37 लाख नगद 6 लेनोवो लैपटॉप आईफ ोन 16 प्रो सोना और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए। एफ आईआर में शामिल बड़े नाम सीबीआई द्वारा दर्ज एफ आईआर में कई बड़े नाम शामिल हैं हालांकि, अभी इन लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन सीबीआई इनकी भूमिका की जांच कर रही है।
कैसे काम करता था यह गिरोह? सीबीआई के अनुसार, यह गिरोह निजी विश्वविद्यालयों को ए्र++ रेटिंग दिलाने के लिए रिश्वत लेता था। एनएएसी निरीक्षण समिति के अधिकारी विश्वविद्यालयों से मोटी रकम वसूलकर उन्हें मनचाही रेटिंग दिलाने का सौदा करते थे। रिश्वत नकद, सोने, महंगे मोबाइल फोन और अन्य कीमती वस्तुओं के रूप में दी जाती थी। गिरोह के सदस्य सीधे विश्वविद्यालयों के अधिकारियों से संपर्क कर डील फाइनल करते थे।
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?

सीबीआई को जानकारी मिली थी कि देशभर के निजी विश्वविद्यालयों से बेहतर एनएएसी रेटिंग दिलाने के लिए रिश्वत ली जा रही थी। इसके बाद एजेंसी ने बिलासपुर, ओडिशा, चेन्नई, बैंगलोर, विजयवाड़ा, पालमू, संबलपुर, भोपाल, गौतम बुद्ध नगर और नई दिल्ली सहित 20 जगहों पर छापेमारी की।
इस दौरान सीबीआई ने जेएनयू के प्रोफेसर समेत एनएएसी निरीक्षण समिति के चेयरमैन और 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया। साथ ही कई निजी विश्वविद्यालयों के उच्च पदाधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।


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