कोरबा@स्व सहायता समूह द्वारा दिए जा रहे मध्यान भोजन की गुणवत्ता पर उठे सवाल,बच्चे ले रहे हैं कम रुचि

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-राजा मुखर्जी-
कोरबा,14 जुलाई 2023 (घटती-घटना)। जिले के बालको क्षेत्र में चल रहे आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में उज्जवला समूह द्वारा चलाए जा रहे मध्यान भोजन को लेकर स्कूल के बच्चे नहीं ले रहे रुचि । बच्चों का कहना है की पिछले सत्र में दिया जाने वाला मध्यान भोजन इस सत्र की अपेक्षा ज्यादा बेहतर था । कुछ बच्चों ने कहा के खाने में दिया जाने वाला भोजन हर रोज एक सम्मान होता है एवं बच्चों ने मध्यान भोजन के गुणवत्ता को लेकर कहा के परोसे जा रहे चावल में आए दिन कंकड़ मिलता है वही डाल भी पानी के समान परोसा जाता है साथ ही सब्जी भी हर रोज एक ही प्रकार का दिया जाता है जिसकी शिकायत करने पर वहां के समूह संचालक द्वारा डांट दिया जाता है इसलिए वे अब घर से टिफिन लेकर आते है । वहीं स्कूल की प्राचार्य श्रीमती पाल ने शिकायतों पर कहा की पिछले वर्ष इस मध्यान भोजन का कार्य बालको के एकता स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा था जिन्होंने बालको में आत्मानंद स्कूल के प्रारंभिक समय से जुडकर इस कार्य को कर रहे थे , क्योंकि समूह की महिलाएं बालको क्षेत्र से थी तो ये भोजन की गुणवत्ता एवं भोजन की पौष्टिकता पर सदैव ध्यान देते हुए इस कार्य को कर रही थी पर इस वर्ष यह मध्यान भोजन का कार्य कोरबा के उज्जवला समूह को मिला है जिसके द्वारा इस भोजन के कार्य को संभालने के बाद से बच्चों में मध्यान भोजन को लेकर रुचि कम दिख रही है । उन्होंने इस दौरान कहा के स्वयं भोजन को चखकर उसकी गुणवत्ता की जांच करने पर उसमे कुछ कमी दिखी थी जिसको लेकर समूह के संचालक को अवगत कर कर सुधार करने की बात कहीं है साथ ही भोजन में दिए जानेवाले सब्जियों को दिन के हिसाब से बदलने के भी निर्देश दिए गए है जिसको लेकर उक्त समूह द्वारा परोसे जा रहे भोजन को बेहतर करने का आश्वासन दिया गया है ।
उज्जवला समूह की सबाना ने बताया की इस वर्ष टेंडर के माध्यम से मध्यान भोजन की जिम्मेदारी उनके समूह को मिला है एवं वे हर रोज 400 बच्चों के लिए खाना बनाते है जो 100ग्राम के हिसाब से प्राथमिक कक्षा के बच्चों को दिया जाता है वहीं मिडिल स्कूल के बच्चों के लिए 150ग्राम भोजन परोसा जाता है । गुणवत्ताहीन भोजन पर कहा के पूर्व वर्ष में जिस समूह द्वारा यह कार्य किया जा रहा था वे इस तरह के अनर्गल आरोप लगा कर उनके समूह को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है क्योंकि जो भी भोजन बनाया जाता है वह दिए गए आदेशानुसार ही बनाया जाता है एवं हर दिन बच्चों को भोजन में अलग अलग सब्जी भी दिया जाता है । अब देखना होगा के स्कूल के द्वारा भोजन के गुणवत्ता को लेकर दिया गया निर्देश का उज्जवला समूह द्वारा पालन किया जाता है या फिर बच्चों की इच्छानूरूप दोबारा एकता समूह के बारे में स्कूल प्रबंधन विचार करेगी ?


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