रायपुर/बिलासपुर, 31 अक्टूबर 2022। देश के साथ छत्तीसगढ़ मे भी कठिन उपवास, उपासना के पर्व छठ पूजा का सोमवार को समापन हुआ. छठ व्रतियो ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. इससे पहले रविवार की शाम डूबते सूर्य की पूजा की गई थी।
रायपुर के महादेव घाट, बीरगाव, सेजबहार, उरला, भिलाई के प्रमुख तालाबो समेत, सरगुजा, अबिकापुर, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा जैसे जिलो मे मिनी नॉर्थ इडिया का माहौल देखने को मिला. यहा रविवार को सास्कृतिक कार्यक्रमो मे भोजपुरी गानो की धूम रही.
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को 36 घटे के निर्जला व्रत की शुरुआत 28 अक्टूबर को नहाए-खाय के साथ हुई थी. 29 अक्टूबर को छठ पर्व का दूसरा दिन खरना मनाया गया. 30 अक्टूबर को डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया और 31 अक्टूबर यानी आज उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ पर्व सपन्न हुआ. धार्मिक मान्यताओ को अनुसार, छठ व्रत खास तौर पर सतान प्राप्ति और उसकी खुशहाली के लिए रखा जाता है. जो लोग सतान सुख से वचित है, उनके लिए यह व्रत लाभकारी साबित होता है. मान्यता है कि छठ पूजा करने से छठी मइया की कृपा से भक्तो की सभी मनोकामनाए पूरी होती है।
