-संवाददाता-
अम्बिकापुर, 16 अक्टूबर 2022 (घटती-घटना)। जिले के दूरस्थ एवं वनांचल विकासखण्ड मैनपाट के ग्राम चिड़ापारा की गुलाब स्व सहायता समूह की महिलाओं को शूकर पालन से आजीविका की नई राह मिल गई है। कम समय मे अधिक मुनाफा मिलने से महिलाओं की आर्थिक स्थिति में बदलाव आया है जिससे उनके हौसले बुलंद है। शुकर पालन से महिलाओं को सालाना एक लाख रुपये की आमदनी हो रही है। गुलाब स्व सहायता समूह परस्पर सहयोग की भावना रखते हुए अपने आजीविका के रूप में शूकर पालन एवं बिक्री कर अपने आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करते हुए स्वालम्बी समूह की एक मिशाल बन रही है ।
मैनपाट विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चिड़ापारा (भेलतराई) की गुलाब स्व सहायता समूह में 10 महिला सदस्य हैं जो बिहान योजना द्वारा संचालित है। समूह का गठन वर्ष .2018 में।किया गया है। इनके क्षमता वर्धन का कार्य विकासखंड मिशन प्रबंधन इकाई एवं अभिसरण के माध्यम से किया गया। गुलाब स्व सहायता समूह के सदस्य बिहान से जुड़ने के बाद जिंदगी में कुछ कर गुजरने एवं अच्छे मुकाम हासिल करने की प्रेरणा मिली। वे आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कुछ न कुछ आजीविका संबंधित कार्य करना चाहती थी। समूह ने 11 सूत्रों का नियमतः पालन करते हुए चक्रीय निधि राशि 15 हजार रुपये, सामुदायिक निवेश कोष राशि 60 हजार एंव बैंक लिंकेज की राशि 20 हजार प्राप्त कर शूकर पालन प्रारम्भ किया गया। शुरुआती दौर में सदस्यों द्वारा स्थानीय हाट-बाजारों में शूकर बिक्री किया गया।
