कोरबा 3 फरवरी 2022 (घटती-घटना)। कोरबा के अनेक ग्रीन बेल्ट के सामने इसी प्रकार की समस्या बनी हुई है , जहां पर जमीन को हथियाने के लिए प्रतिस्पर्धा बना हुआ है। पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के लिए पिछले वर्षों में ऐसे स्थानों पर पौधे लगाए गए थे जो अब विकसित होने के साथ ऑक्सीजन देने का काम कर रहे हैं। हैरत की बात यह है कि ऐसे क्षेत्रों में पेड़ों की कटाई के साथ अवैध कब्जा का दौर शुरू हो गया है। इस काम को करने के लिए कई प्रकार के तौर-तरीके अपनाए जा रहे हैं। नेहरू नगर वार्ड के पार्षद की शिकायत पर दो मौकों पर सरकारी अमले ने यहां पर कार्रवाई की पर फिर से अवैध कब्जा का दौर शुरू हो गया.इसलिए पार्षद शैलेंद्र सिंह ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है, कि एक सप्ताह के भीतर अगर सभी अवैध कब्जों को यहां से हटाया नहीं गया तो जिला कार्यालय के सामने उनके द्वारा अनशन किया जाएगा। पार्षद ने इस बात पर भी अंदेशा जताया है कि, अगर लापरवाही का क्रम ऐसे ही जारी रहा तो, आने वाले दिनों में कोरबा में सरकारी संपत्ति को भी लोग हड़प सकते हैं ।
