पृथ्वीलाल केशरी-
रामानुजगंज 03 फरवरी 2022 (घटती घटना) नगरपंचायत रामानुजगंज क्षेत्र की जीवनदायिनी कन्हर नदी फरवरी के शुरुआत में ही सुखने के कगार पर पहुंच गई है। जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण क्षेत्र में जलसंकट की गंभीर हालात पैदा होने वाली है जिससे अप्रैल-मई और जून के महीने में पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि मच सकता है पशु पक्षियों के लिए पानी का एकमात्र स्त्रोत यह कन्हर नदी ही है।
भूपेश सरकार से करोड़ों रुपए वसूलने की योजना
नगर के बुद्धिजीवियों एवं विचारकों में चर्चा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के भूपेश बघेल सरकार से करोड़ों रुपए पेयजल के नाम पर वसूलने की तैयारी नगर पंचायत और जल संसाधन विभाग के तरफ से हो रही है लेकिन नगर वासियों की चिंता किसी को नहीं है नगर वासियों में इस बात की चर्चा है कि जानबूझकर विभागीय अधिकारियों और नगर पंचायत के तरफ से एनीकट के गेट को खोलकर पानी बहाया गया है।
जिस तरह से नगर पंचायत और जलसंसाधन विभाग की लापरवाही उजागर हुई है अब देखना यह होगा कि मार्च,अप्रैल,मई और जून के महीने तक रामानुजगंज नगर पंचायत क्षेत्र के लगभग 30 हजार की आबादी को पेयजल कैसे उपलब्ध कराया जाएगा।
गर्मी के दिनों में निस्तारी की समस्या होगी उत्पन्ना
जल संसाधन विभाग ने कन्हर नदी तट पर जल स्रोतों में बढ़ोतरी और गर्मी के दिनों में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए एनीकट का निर्माण किया गया लेकिन कन्हर नदी पर बने एनीकट के गेट बंद नहीं किया गया और नदी का जलस्तर भी तेजी से घट रहा हैं। जिससे समय पर एनीकट का गेट बंद नहीं किए जाने की स्थिति में एनीकट में पर्याप्त पानी एकत्रित नहीं हो पाया। जिससे गर्मी के दिनों में निस्तारी की समस्या उत्पन्ना होगी। जिसे लेकर दैनिक समाचार पत्र घटती घटना में 03 फरवरी को नगर वासियों से चर्चा करने के बाद खबर प्रकाशित की गई थी और एनीकट के गेट बंद नहीं होने की स्थिति में उत्पन्ना होने वाली समस्या की ओर ध्यान खिंचा गया था। जिसके बाद भी नगरपंचायत एवं जलसंसाधन विभाग हरकत में नहीं आया और अब भी एनीकट के गेट बंद नही कि गईं हैं।
उक्त संबंध में रामानुजगंज एसडीएम गौतम सिंह ने कहां की विभागीय चर्चा कर उक्त व्यवस्था को दुरुस्त कराने का प्रयास करूंगा। नगर पंचायत सीएमओ दीपक एक्का 1 फरवरी से 3 फरवरी तक अभी छुट्टी में है।
