- थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा मामले मे आरोपी के विरुद्ध की गई सख्त वैधानिक कार्यवाही
- आरोपी के कजे से चोरी किया गया हाथी का पीतल का मूर्ति कीमती लगभग 35 हजार रुपये किया गया बरामद
- आपराधिक गतिविधियों मे संलिप्त आरोपियों पर पुलिस टीम द्वारा की जा रही लगातार सख्त कार्यवाही

अंबिकापुर,08 अगस्त 2025 (घटती-घटना)।सरगुजा पैलेस में हुई पीतल की मूर्ति चोरी के मामले में कोतवाली पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कजे से 15 किलो वजन की, 35 हजार रुपये कीमत की चोरी गई हाथी की मूर्ति बरामद की है। प्रार्थी राज सोनी साकिन ब्रम्हपारा अंबिकापुर द्वारा दिनांक 04/08/25 कों थाना कोतवाली आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी मैनेजर का काम करता है कि कार्यस्थल पर घर के पोर्च में कई तरह की धातू से बने मूर्ति को रखा गया है कि दिनांक 03/08/25 के दरम्यानी रात को कोई अज्ञात चोर परिसर में घुसकर पोर्च में रखा पीतल से बना 01 नग हाथी की मूर्ति को चोरी कर ले गया है चोरी हुए पीतल की हाथी का वजन लगभग 15 किलों किमती 35,000 रूपये है। मामले मे प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली मे अपराध क्रमांक 531/25 धारा 331(4), 305 (ए) बी. एन. एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। दौरान विवेचना पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले मे चोरी हुई मूर्ति का पता तलाश किया जा रहा था,दौरान पता तलाश मुखबिर सूचना प्राप्त हुआ कि दो संदिग्ध युवक मो0 शरिफउल्ला और मो0 राजूल दोनों मिलकर घटनास्थल अम्बिकापुर से पीतल का हाथी चोरी करके उसे बेचकर नशीला इंजेक्शन खरीद कर खैरबार रोड नहर किनारे में नशेड़ीयों के पास बेच रहे हैं,सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए संदेहीयों के संभावित जगह पर पहुंचकर घेरा बंदी कर पूछताछ किया गया, जिनसे नाम पता व बोरा लेकर खड़े रहने का कारण पुछने पर गोल मोल जबाब देते अपना-अपना नाम (01) मो. शरिफउल्ला खान आत्मज स्व. कलामउल्ला खान उम्र 27 साल निवासी आर्यन मार्ग मोमिनपुरा थाना अम्बिकापुर (02) मो. राजूल अंसारी आत्मज मो. मुख्तार अंसारी उम्र 27 साल निवासी आर्यन मार्ग मोमिनपुरा थाना कोतवाली अम्बिकापुर का होना बताये आरोपियों से पूछताछ किये जाने पर बताया गया कि आरोपी शरिफउल्ला आर्यन मार्ग मोमिनपुरा अम्बिकापुर का रहने वाला है, आटो चलाने के साथ-साथ मजदुरी का काम करता है, नशीला इंजेक्शन लगाने का आदि है। करीब एक माह पहले घुमते फिरते कोठीघर के सामने पोर्च में पितल का हाथी देखा था। रविवार के दिन नशीला इंजेक्शन खरीदने के पिए पैसा की जरुरत होने पर चोरी करने कोठीघर के बाउण्ड्री वाल के अंदर रात करीब 12 बजे घुसा और घर के सामने पोर्च में रखा पीतल का हाथी को चोरी कर अपने घर ले गया था,अगले दिन आरोपी अपने साथी साकिर हुसैन के बिरयानी दुकान मे छुपाकर रखना बताया, दुसरे दिन आरोपी अपने दोस्त मो. राजूल अंसारी से मिलकर एक पीतल का हाथी की मूर्ति चोरी करके लाना बताया साथ ही मूर्ति कों काटने के लिए मशीन होने की बात पूछा, और कटर मशीन होने पर आरोपी के साथ मिलकर पीतल के हाथी की मूर्ति को काट कर बेचने से जो पैसा मिलेगा उससे झारखण्ड जाकर इंजेक्शन खरीद कर लाना एवं उक्त इंजेक्शन कों अम्बिकापुर में बेचना की बात बताया, जिससे कुछ फायदा कमायेगें और कुछ को खुद लगाकर उपयोग करेंगे। तब आरोपी मो. राजूल अंसारी अपने घर से कटर मशीन लेकर आरोपी शरिफउल्ला के घर आया और पीतल के हाथी को साथ में मिलकर काटकर छोटा-छोटा टुकड़ा करके बोरी में भर कर रख दिए, उसके बाद मो. शरिफउल्ला एवं मो0 राजूल अंसारी पीतल के हाथी की मूर्ति को बेचने के लिए कबाड़ी इमरान मलीक से संपर्क किये, जो कटा हुआ पीतल के हाथी का टुकड़ा 18 किलोग्राम को इमरान मलीक कबाड़ी कों 7200 रूपया में बेच दिये। उसके बाद दोनों आरोपी मो. शरिफउल्ला एवं मो0 राजूल अंसारी बस से डाल्टेनगंज झारखण्ड जाकर 220 नग इंजेक्शन लिये और बस से वापस अम्बिकापुर आ गये। कुछ इंजेक्शन को आरोपीगणों द्वारा स्वयं लगाया गया है कुछ को बेच दिये हैं। बाकी 200 नग बचा है। आरोपियों के निशानदेही पर मामले मे शामिल आरोपी (03) इमरान पिता जीमल उम्र 20 साल सा0 जाकीर कालोनी लखीपुरा रोड मेरठ हा0मु0 दर्रीपारा अम्बिकापुर (04) शाकीर हुसैन पिता जाहिद हुसैन उम्र 42 साल सा0 कुचैटा थाना अजीबनगर जिला रामपुर उत्तरप्रदेश हाल मुकाम बिलासपुर चौक दर्रीपारा अंबिकापुर कों पकड़कर पूछताछ किया गया, जो आरोपियों द्वारा घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया, आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से प्रकरण मे धारा 317(2), 3(5) बी. एन. एस. जोड़कर आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाता है। सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, उप निरीक्षक सम्पत पोटाई,प्रधान आरक्षक अजय पाण्डेय,आरक्षक देवेंद्र पाठक, अमित विश्वकर्मा,नितिन सिन्हा, शिव राजवाड़े, मंटूलाल गुप्ता, मनीष सिंह, रमेश राजवाड़े सक्रिय रहे।