समाज में नाराजगी और प्रशासन से कार्रवाई की मांग
सूरजपुर,19 जून 2025(घटती-घटना)। सोशल मीडिया अब सिर्फ संवाद का माध्यम नहीं रहा, यह समाज का आईना भी बन गया है। लेकिन जब इस आईने में डर और धमकी की तस्वीरें नजर आने लगें, तो यह सिर्फ चिंता की बात नहीं, खतरे की घंटी बन जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है बिश्रामपुर में,जहां एक युवक ने हथियार के साथ अपनी तस्वीर को व्हाट्सएप और फेसबुक की डिस्प्ले पिक्चर बनाकर पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
प्रकाश यादव,पिता सुनील यादव,निवासी माइनस (बिश्रामपुर),इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है। चर्चा की वजह कोई उपलçध नहीं, बल्कि उसकी वह तस्वीर है जिसमें वह हथियार लेकर खड़ा है एक ऐसा चित्र जो न केवल कानून को खुली चुनौती देता है, बल्कि समाज के भीतर डर का माहौल भी पैदा करता है। तस्वीर वायरल होते ही इलाके में तनाव फैल गया है और लोगों के मन में यह सवाल गूंजने लगा है: क्या अब सोशल मीडिया भी दहशतगर्दी का मंच बनता जा रहा है?
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह केवल एक फोटो नहीं, बल्कि समाज को डराने और युवाओं को गलत राह पर ले जाने का इशारा है। कई अभिभावकों ने चिंता जताई है कि इस तरह के खुले प्रदर्शन से बच्चों और किशोरों पर बुरा असर पड़ता है। एक बुजुर्ग नागरिक ने कहा, यह कोई फिल्म नहीं है जहाँ बंदूक स्टाइल हो, यह असल जिंदगी है जहाँ ऐसे हथियार समाज की शांति को तोड़ते हैं।”
इलाके में ग़ुस्सा साफ दिख रहा है। लोग प्रशासन से यह सवाल कर रहे हैं कि क्या ऐसे युवकों पर अब भी कार्रवाई के लिए इंतजार किया जाएगा, या फिर समय रहते सख्त कदम उठाए जाएंगे? क्योंकि यह कोई पहली बार नहीं जब किसी ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल सनसनी फैलाने के लिए किया हो लेकिन अगर इस बार उदाहरण नहीं बनाया गया, तो अगली बार तस्वीर से आगे कोई हादसा भी हो सकता है।
प्रशासन से अब यह उम्मीद की जा रही है कि प्रकाश यादव की इस हरकत पर त्वरित संज्ञान लिया जाएगा। नागरिकों की मांग है कि न सिर्फ उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो,बल्कि सोशल मीडिया पर ऐसे हथियारबाज़ी वाले पोस्ट्स पर निगरानी भी कड़ी की जाए।
बिश्रामपुर जैसे शांत कस्बे में इस तरह की गतिविधियाँ लोगों के मन में असुरक्षा भर रही हैं। जरूरत है कि प्रशासन सख्ती दिखाए और यह संदेश दे कि सोशल मीडिया हो या सड़कों पर हथियार दिखाकर कानून को चुनौती देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
