हाई प्रोफाइल पार्षद प्रत्याशी के कहने पर वार्ड के बिजली खंभो में लग रहा था लाइट
विपक्षियों को सूचना मिलने पर रुकवाया गया काम,हुई शिकायत
वहीं अब फर्जी फॉर्म भरवाने का एक नया मामला पटना नगर पंचायत में
हितग्राहियों से आचार संहिता के दरमियान भाजपाइयों द्वारा भरवाया जा रहा आवास का फॉर्म
कुल मिलाकर भाजपा प्रत्याशी कर रहे खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन
निर्वाचन अधिकारी से शिकायत पर क्या होगी कार्रवाई, या सत्ता के दबाव में दब जाएगा मामला
-रवि सिंह-
कोरिया/पटना,07 फरवरी 2025(घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ में नवनिर्मित नगर पंचायत पटना अपने निर्माण के समय से ही सुर्खियों में है। पहले नगर पंचायत का विरोध, फिर विरोध करने वाले व्यक्ति का अनायास ही भाजपा में प्रवेश, और उसके बाद भाजपा द्वारा नव प्रवेशित कांग्रेसी को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाना, सब कुछ अप्रत्याशित रहा है इस नगर नगरीय निकाय चुनाव में। कोरिया जिले से एकमात्र नगर पंचायत पटना का चुनाव संपन्न होने जा रहा है, जो नित्य नए कर्म के कारण सुर्खियों में प्रतिदिन आता रहा है। इस चुनाव में काफी दिग्गज लोग भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इसमें सबसे हाई प्रोफाइल वार्ड क्रमांक 6 को माना जा रहा है, जहां से श्री रवि शंकर शर्मा भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। कोरिया भाजपा में इनका कद बड़ा रहा है, यह पटना मंडल के दो बार अध्यक्ष, पटना आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में सदस्य के साथ उपाध्यक्ष और अविभाजित कोरिया भाजपा के दो बार उपाध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में भाजपा संगठन में यह जिला कार्य समिति के सदस्य, ब्राह्मण समाज जिला कोरिया के संरक्षक, गायत्री प्रज्ञा पीठ पटना कोरिया के नवनिर्वाचित अध्यक्ष, और श्री श्री 108 श्री दुर्गा समाज सेवा समिति पटना के नवनिर्वाचित अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं।
कुल मिलाकर इन सब बातों का लब्बोलुआब अभी यह है कि नगर पंचायत पटना में इनसे कद्दावर प्रत्याशी कोई नहीं है। परंतु पटना नगर पंचायत चुनाव में सर्वप्रथम आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप भी इन्हीं पर लगा है। विपक्षियों ने जो आरोप लगाया है और जो फोटो वीडियो जारी किया है, उसके अनुसार हाई प्रोफाइल वार्ड क्रमांक 6 में आचार संहिता के दरमियान हाई प्रोफाइल पार्षद प्रत्याशी के कहने पर सड़कों में स्थित बिजली खंबो में स्ट्रीट लाइट लगाया जा रहा था। जिसकी जानकारी प्राप्त होने पर गोंडवाना नेता एवं पार्षद प्रत्याशी अखिलेश गुप्ता टीम के साथ कार्यस्थल पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों से संपर्क कर कार्य को रुकवाया। उनका आरोप है कि जो कार्य 15 से 20 साल तक ग्राम पंचायत में इनकी साा शासन रहने पर नहीं लग पाया था, वह अचानक वोटरों को लुभाने और बरगलाने के लिए लगाया जा रहा था, जो की आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। वहीं अब एक दूसरा मामला भी पटना नगर पंचायत में सामने आ रहा है जहां भाजपा प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं द्वारा पटना नगर पंचायत के निवासियों से शहरी आवास का फार्म भरवाने की बात सामने आ रही है। जो की आचार संहिता के दरमियान पूरी तरह गलत है। क्योंकि जब तक नगर सरकार का गठन नहीं हो जाता और कार्यों की स्वीकृति नहीं मिल जाती, यह संभव नहीं है। परंतु वोटरों को लुभाने और अपने पक्ष में करने के लिए इस प्रकार के कृत्य किये जा रहे हैं, जो आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। जिसकी शिकायत भी निर्वाचन अधिकारियों के समक्ष की गई है। अब देखने वाली बात यहां होगी कि शिकायतों पर कोई कार्यवाही होती है या नहीं। अन्यथा सत्ता शासन के दबाव में सब कुछ टांय टांय फिस्स हो जाएगा। और सत्ता पक्ष का लाभ भाजपा प्रत्याशियों को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से मिलेगा।
