सुकमा, 12 जुलाई 2022। छाीसगढ़ के सुकमा जिले के कोटा बार्डर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 30 मे आधी रात से शबरी-गोदावरी नदी का पानी आ जाने से चट्टी के पास एनएच जाम हो गया है। तकरीबन आधे दर्जन यात्री बसे और दर्जनो माल वाहक वाहानो की कतारे कोटा बार्डर पर लगी हुई है। ज्ञात हो कि तेलगाना-आध्रप्रदेश के सीमा क्षेत्र के पास सोमवार से ही राज मार्ग पर बाढ़ का पानी आ गया था। इसके चलते लाइफ लाइन कहे जाने वाला यह मार्ग बाधित था। अब कोटा बार्डर के पास एनएच जाम हो जाने से कोटा छाीसगढ़ से आध्रप्रदेश-तेलगाना का सीधा सपर्क टूट गया है।
वही मगलवार से कई यात्री कोटा मे फसे हुए है। दूसरी ओर कोटा के शबरी तटो पर बसे गाँवो के लिए भी प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। ज्ञात हो कि कोटा बार्डर से लगे हुए शबरी तथा गोदावरी उफान पर होने की वजह से बैक वाटर से प्रति वर्ष यहाँ ऐसी स्थिति निर्मित होती है।
बीते वर्ष भी कोटा बार्डर के पास बाढ़ के पानी की वजह से दस दिनो तक राज मार्ग बाधित रहा। कोटा के सीडल्यूसी की रिपोर्ट के अनुसार प्रथम खतरे के निशान 13 फीट पानी पहुच गई है। इसके चलते कोटा नगर के कुछ वार्डवासियो को बाढ़ का खतरा महसूस होने लगा है। वही विकास खड मुख्यालय कोटा से लगा ग्राम पचायत ढोढ़रा के शबरी तट पर बसे कुछ ग्रामीण अपने मकानो से सामान भी खाली कर रहे है।
कोटा एसडीएम बनसिह नेताम ने कहा है कि कोटा तहसील अतर्गत कुल 19 गाँव है, जो कि बाढ़ से प्रभावित होते है। सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित कोटा और इजरम ग्राम है और कोटा के वार्ड क्रमाक 13, 14, 15, है। लगभग 140 की जनसख्या है, जो बाढ़ से प्रभावित होते है। ऐसे लोगो के विस्थापन के लिए राहत सेटर की व्यवस्था की गई है। कोटा मे चार सेटर को चिन्हित किया गया है। बाढ़ प्रभावित लोगो के रहने और भोजन की व्यवस्था तथा उनके सामानो को सुरक्षित रखने की व्यवस्था है।
