लखनऊ@मोदी-योगी सरकार ने किसानों के साथ किया विश्वासघात

Share


मोदी सरकार व भाजपा ने भारत के भाग्यविधाता अन्नदाता किसानों पर आघात किया है


लखनऊ,19 जनवरी 2022 (ए)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेसवार्ता कर मोदी राज में किसानों की बदहाल स्थिति पर श्वेतपत्र ’’आमदनी न हुई दोगुनी दर्द सौ गुना’’ जारी किया।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि भारत के गरीब-मज़दूर-किसान ने मोदी के वायदों पर ऐतबार करके वोट दिया था, पर उन्होंने विश्वासघात किया। मोदी सरकार व भाजपा ने भारत के भाग्यविधाता अन्नदाता किसानों पर आघात किया है। भारत कभी इन्हें माफ़ नहीं करेगा। छः साल होने को आए हैं जब नरेंद्र मोदी ने 28 फ़रवरी, 2016 को बरेली, उत्तर प्रदेश की रैली में देश के किसानों से वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करेंगे। अब 2022 है, आय तो दोगुनी हुई नहीं, दर्द सौ गुना जरूर हो गया।
उन्होंने कहा छः साल बाद मोदी सरकार ने सितंबर, 2021 में हृस्स्ह्र की रिपोर्ट जारी कर बताया कि किसानों की औसत आय ?27 प्रतिदिन रह गई है और औसत कजऱ् ?74,000 प्रति किसान हो गया है। सच तो यही है कि मोदी सरकार व भाजपा का डीएनए ही किसान-मज़दूर विरोधी है। मई, 2014 में सत्ता में आते ही भाजपा व मोदी सरकार किसानों की ज़मीन हड़पने के लिए, उनके ज़मीन के उचित मुआवज़ा कानून के खिलाफ़¸ एक के बाद एक तीन अध्यादेश लेकर आई। फि़र गेहूँ व धान पर राज्य सरकारों ने दिया जाने वाला ?150 का बोनस बंद करा दिया। मोदी सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में शपथपत्र देकर कहा कि रूस्क्क+50त्न दिया तो बाज़ार बर्बाद हो जाएगा। कंपनियों के मुनाफ़े की फ़सल बीमा योजना लाए। टैक्स पर टैक्स लगाने के चलते फसलों की लागत में प्रति एकड़ 25 हजार रुपये वृद्धि हो गई है। मोदी अपने मुट्ठीभर पूँजीपति दोस्तों के लिए खेती विरोधी तीन काले कानून लाए। उन्होंने कहा कि आजतक कभी कृषि यंत्रों पर टैक्स नहीं लगता था। यह सरकार पहली बार किसानों पर टैक्स लाद रही है। तेल के दाम बढ़ रहे हैं। इसका असर किसानों पर पड़ रहा है।


Share

Check Also

नई दिल्ली@ बदमाशों की तरह काम नहीं कर सकती ईडीःसुप्रीम कोर्ट

Share नई दिल्ली,08 अगस्त 2025 (ए)। सुप्रीम कोर्ट ने आज स्पष्ट रूप से कहा कि …

Leave a Reply