अम्बिकापुर 10 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। शहर के प्रतापपुर रोड स्थित वन विभाग के काष्टाघर में छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधी पादप बोर्ड वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रदेशभर से कार्यशाला में शामिल होने पहुंचे वैद्यों ने औषधि पौधों के लाभ एवं उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। इस दौरान नगर निगम को 30 हजार औषधि पौधों का वितरण भी किया गया।
औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने और इन पौधों के बारे में लोगों में दिलचस्पी बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने नागरिकों के लिए होम हर्बल गार्डन योजना अंतगर्त एक नए कांसेप्ट की शुरुआत की है। इस कॉन्सेप्ट के तहत लोगों को औषधि पौधों का निशुल्क वितरण कर उनके फायदे के बारे में बताया जा रहा है। होम हर्बल गार्डन योजना का थीम दिया गया है घरों में लगाइए औषधि उद्यान, निरोगी रहेगी काया स्वास्थ रहेगी संतान, औषधीय पौधों का ज्ञान स्वस्थ जीवन की पहचान। सरगुजा जिले में इस योजना को घर-घर तक पहुंचे के लिए अंबिकापुर के प्रतापपुर रोड स्थित वन विभाग के काष्ठाघर में छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधी पादप बोर्ड वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेशभर से आए वैद्यों ने औषधि पौधों की उपयोगिता और उसके लाभ के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान औषधि बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने नगर निगम को 30 हजार औषधि पौधों का निशुल्क वितरण किया। वहीं नगर निगम अब इन पौधों को नगरीय क्षेत्र में निशुल्क वितरण करेगी। ताकि लोगों को औषधि पौधों के बारे में जानकारी मिल सके और नागरिक इसका लाभ ले सके। बालकृष्ण पाठक ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की वनस्पति जैव-विविधता प्रबंधन एवं परंपरागत वनौषधि चिकित्सा के संरक्षण संवर्धन एवं पुनरुत्थान के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा की जा रही है। इसका लाभ आम जनता घरों और गमलों में तथा बाड़ी में लगा कर स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए पहल कर सकती है। वर्तमान में कोविड-19 की वजह से आयुष औषधी की मांग बढ़ रही है।
औषधि पौधों के बारे दी गई जानकारी
वहीं कार्यशाला में शामिल होने पहुंचे आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अजीत कुमार पाण्डेय ने कई औषधि पौधों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गिलोय और स्टीविया पौधा सहित औषधि पौधों के बारे में जानकारी देते हुए उसके फायदे और उपयोगिता के बारे में बताया। स्टीविया पौधे के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह पौधा शुगर फ्री पौधा होता है। यदि मधुमेह के रोगी इस पौधे का नियमित रूप से उपयोग करे तो मधुमेह रोगियों को इसका भरपूर लाभ मिलेगा।