रायपुर, 18 जुलाई 2022। देश के 16 वे राष्ट्रपति चुनाव के लिए विधानसभा मे मतदान की प्रक्रिया सुबह दस बजे से शुरू हो चुकी है जो की अब समाप्ति की ओर है। मतदान शाम पाच बजे तक निर्धारित है। मतो की गिनती 21 जुलाई को नई दिल्ली मे की जाएगी। आज मतदान की शुरुआत मे सबसे पहला वोट अजय चद्राकर ने दिया वहीँ काग्रेस की ओर से पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने अपना मत दिया। मतदान करते वक्त उस समय थोड़ी हलचल मच गई जब वोट डालने स्वास्थ्य मत्री टी एस सिहदेव पहुचे। पचायत विभाग से इस्तीफे के बाद टी एस सिहदेव का सामना अपने दल के मत्री विधायको से हुआ। उनके साथ विधायक छन्नी साहू और शैलेष पाडेय भी थे। विधानसभा मे सिहदेव को देखते ही विधायक कुलदीप जुनेजा उनके पास गए और फिर मतदान कराया। इससे पहले स्पीकर डाक्टर चरणदास महत और मुख्यमत्री भूपेश बघेल सहित कई विधायक मतदान कर चुके थे। मतदान के बाद सिहदेव ने मीडिया से कहा कि पचायत एव ग्रामीण विकास मत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। वह विभाग मे ठीक से काम नही कर पा रहे थे। जिसकी वजह से उन्होने इस विभाग से खुद को अलग करने का फैसला किया। सिहदेव ने कहा कि वह 20 जुलाई को गुजरात जा रहे है। वहा से दिल्ली जाएगे और पार्टी हाईकमान से मिलेगे।
आपस मे एक दूसरे को फोन लगाते रहे सीएम और मत्री
टी एस सिहदेव के इस्तीफे के बाद जब इस बारे मे मुख्यमत्री भूपेश बघेल से पूछा गया तो उन्होने कहा कि उन्होने टी एस सिहदेव को फोन लगाया लेकिन फोन नही लगा, वहीँ इस मामले मे टी एस सिहदेव का कहना था कि इस्तीफे का पत्र लिखने से दो दिन पहले उन्होने मुख्यमत्री भूपेश बघेल से फोन पर बात की थी।
उनको अपना पक्ष बताया। पत्र लिखने से पहले भी उनको फोन किया। घटी बजी लेकिन बात नही हो पाई। शायद उनकी कही अन्यत्र व्यस्तता थी। पुनिया जी को भी फोन किया था। उस दिन पीसीसी की बैठक थी तो उनका भी फोन नही उठा। बाद मे उन्होने फोन किया था, तब उनको पूरी बात बताई।
कल देर शाम मुख्यमत्री निवास मे टी एस सिहदेव के इस्तीफे पर हुई चर्चा
मुख्यमत्री निवास मे कल देर शाम 7 बजे विधायक दल की बैठक हुई जिसमे आगामी विधानसभा के मॉनसून सत्र को लेकर चर्चा हुई थी, साथ ही सिहदेव के इस्तीफे को लेकर भी चर्चा हुई। इस बैठक मे सीएम भूपेश, बघेल और प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया भी मौजूद थे। ससदीय कार्य मत्री रविद्र चौबे ने बताया कि इस बैठक मे मतदान किस तरह से करना है, राष्ट्रपति चुनाव के लिए जिस तरह वोटिग करना है और आवश्यक सावधानी बरत कर वोटिग करना है, उस सन्दर्भ मे विधायको से चर्चा की गई।
टी एस सिहदेव को लेकर उन्होने बताया कि जिस तरह उन्होने पत्र लिखा है, अधिकाश विधायको ने उस पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है। पत्र मे उन्होने अपने इस्तीफे मे विभाग छोड़ने की बात कही है, उसमे उन्होने जिन बिदुओ का उल्लेख किया है सरकार के उन बिदुओ मे कार्य किये गए है, उस बारे मे अधिकाश विधायक अपने आप को आहत महसूस कर रहे है। इन मुद्दो के अलावा बैठक मे मानसून सत्र को लेकर चर्चा हुई।
छाीसगढ़ का सियासी सग्राम
मै मत्री ना रहू तो शायद बेहतर काम हो, इसलिए मैने पद छोड़ा हैःटीएस सिहदेव
रायपुर। छाीसगढ़ की सियासत मे इन दिनो भूचाल आ गया है. स्वास्थ्य मत्री सिहदेव के पचायत मत्री पद से इस्तीफे के बाद सियासी गलियारो मे हलचल तेज हो गई है. और इसी के साथ बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है.
इसी बीच टीएस सिहदेव का बड़ा बयान सामने आया है. सिहदेव ने कहा कि उन्होने आलाकमान से मिलने के लिए वक्त मागा है। हालाकि दिल्ली दौरे को उन्होने इस्तीफे के मसले से अलग बताया है।
राष्ट्रपति चुनाव मे वोट डालने के लिए पहुचे मत्री टीएस सिहदेव ने कहा कि दिल्ली जाना उनका पूर्व निर्धारित था, क्योकि गुजरात चुनाव के चीफ आजर्बर अशोक गहलोत ने 20 जुलाई को बैठक बुलायी है। सिहदेव ने कहा कि वो विधानसभा के सत्र मे हिस्सा लेगे। हालाकि 21 जुलाई को वो सदन मे उपस्थित नही हो सकेगे, उस दिन उनके विभाग का प्रश्नकाल मे सवाल भी है, जिसे लेकर वो किसी मत्री से अनुरोध करेगे, कि वो उनके विभाग से जुड़े सवाल का जवाब दे।
मीडिया रिपोर्ट्स मे सिहदेव के हवाले से प्रकाशित बयान के मुताबिक, “कुछ दिन पहले केद्रीय मत्री ने पचायत विभाग मे काम काज और आवास नही बनने को लेकर सवाल उठाये थे। खराब काम को लेकर सवाल उठाये थे। मत्री के नाते उनका पहला दायित्व होता है कि मै अपनी जिम्मेदारी लू। मै मत्री ना रहू तो शायद बेहतर काम हो, इसलिए मैने पद छोड़ा है।
सिहदेव के खिलाफ एक्शन के लिए 14 मत्रियो-विधायको ने किए हस्ताक्षर,
पुनिया दिल्ली मे आलाकमान को सौपेगे पत्र,दिल्ली मे होगा फैसला
रायपुर। छाीसगढ़ के पचायत मत्री टीएस सिहदेव के इस्तीफे वाली चिट्?ठी को लेकर मुख्यमत्री निवास मे रविवार को हुई विधायक दल की बैठक मे 14 मत्रियो-विधायको ने सिहदेव के पत्र मे लगाए गए आरोपो पर आपçा जताई।
मत्री और विधायको ने सिहदेव के पत्र को अनुशासनहीनता कहा गया। बताया जा रहा है कि सिहदेव के खिलाफ कार्यवाई की माग वाले एक पत्र पर भी अधिकाश विधायको के हस्ताक्षर लिए गए है। इसे लेकर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया दिल्ली जाएगे।
नगरीय प्रशासन मत्री डॉ.शिव डहरिया ने उठाया सिहदेव के इस्तीफे का मुद्दा, इन्होने की कार्यवाही की माग
जानकारी के अनुसार मुख्यमत्री निवास मे रविवार रात काग्रेस विधायक दल की बैठक राष्ट्रपति चुनाव के मतदान का प्रशिक्षण देने के सिगल एजेडे पर आयोजित थी।
बैठक शुरू हुई तो नगरीय प्रशासन मत्री डॉ. शिव डहरिया ने टीएस सिहदेव के इस्तीफे का मामला उठा दिया। डहरिया ने कहा, यह सरकार को अपमानित करने वाली स्थिति है। सरकार अच्छा काम कर रही है। इसके बावजूद ऐसा लिखा जा रहा है, यह बेहद आपçाजनक है।
राजिम विधायक अमितेश शुक्ला ने कहा, उनके बाप-दादा के जमाने मे भी कभी ऐसा नही हुआ। यह ठीक नही हो रहा है। भिलाई विधायक देवेद्र यादव ने यहा तक कह दिया कि यह सरासर अनुशासनहीनता का मामला है। ऐसा पत्र लिखने वाले के खिलाफ अभी और यही कार्यवाही होनी चाहिए।
खाद्य एव सस्कृति मत्री अमरजीत भगत ने कहा, हमारे आदिवासी विधायक बृहस्पत सिह ने इनके लिए कुछ बोल दिया था तो सदन मे माफी मागनी पड़ी। ये बोल रहे है तो कुछ नही!
विधायक डॉ. विनय जायसवाल, विनोद चद्राकर, चद्रदेव राय, द्वारिकाधीश यादव, कुलदीप जुनेजा, शिशुपाल शोरी, रेखचद जैन, कुवर सिह निषाद और आबकारी मत्री कवासी लखमा ने भी अनुशासनहीनता पर कार्यवाही की माग वाली ऐसी ही बाते कही।
चौबे बोले- आहत है विधायक, अब फैसला हाई कमान के हाथ
बैठक के बाद पत्रकारो से चर्चा मे ससदीय कार्य मत्री और सरकार के प्रवक्ता रविद्र चौबे ने कहा, यह बड़ा मामला है। महाराज साहब (टीएस सिहदेव) ने जिस तरीके से पत्र लिखा है, उस पर अधिकाश विधायको ने प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है।
रविद्र चौबे ने कहा सिहदेव ने अपने विभाग छोड़ने के जो कारण गिनाए है, उसकी वजह से अधिकाश विधायक आहत महसूस कर रहे थे। पुनिया के समक्ष उन्होने अपनी बाते रखी है। चौबे ने कहा, पुनिया जी यहा हाईकमान के प्रतिनिधि है, वे वहा अपनी बात रखेगे। मै समझता हू उसके बाद कोई सम्मानजनक हल निकलेगा।