- डीएमसी समग्र शिक्षा फोन पे के माध्यम से ले रहे हैं जन शिक्षकों से पैसा साक्ष्य सहित जन शिक्षक ने लगाया आरोप
- व्याख्याता एलबी हैं डीएमसी बलरामपुर,कांग्रेस शासनकाल से ही हैं पद पर जमे हुए
- भाजपा शासनकाल में भी प्रभाव था डीएमसी बलरामपुर का…अभी भी हैं प्रभावशाली…लगा आरोप

-प्रांजल सिंह-
बलरामपुर/रामानुजग΄ज,17 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा बलरामपुर रामानुजगंज राम प्रकाश जायसवाल के द्वारा जिले के राजपुर विकासखंड के प्राथमिक शाला लोधीडांड में पदस्थ शिक्षक रविन्द्र प्रसाद जो जन शिक्षक भी हैं से धमकाकर पैसे की मांग की गई है जिसकी शिकायत शिक्षक ने कलेक्टर से की है ऐसी शिकायत सामने आई है। शिकायत में जन शिक्षक ने बताया है कि आईसीटी मद के पैसे में से कमीशन के लिए यह दबाव उसके ऊपर डीएमसी समग्र शिक्षा ने बनाया है वहीं उनके द्वारा एक वेंडर खाते का फोन पे नंबर दिया गया था जिसके माध्यम से उन्होंने अवैध पैसे की मांग की थी। वैसे समग्र शिक्षा के द्वारा स्कूलों और संकुलों को प्रदान की जाने वाली राशि में से कमीशन की मांग केवल एक जिले की मांग नहीं है यह अवैध वसूली एक जिले की बात नहीं है कई जिलों से डीएमसी और बीआरसी द्वारा इस तरह की वसूली की बात सामने आती रहती है लेकिन बलरामपुर रामानुजगंज का मामला अलग है क्योंकि यहां सीधा आरोप लगा है वहीं यहां जन शिक्षक ने तथ्य भी प्रस्तुत किए हैं। वैसे जन शिक्षक ने डीएमसी पर कई और आरोप लगाए हैं उनकी पदस्थापना को लेकर भी सवाल उठाए हैं और उनका कहना है कि एक एल बी संवर्ग व्याख्याता वरिष्ठ व्याख्याताओं के मौजूद रहते हुए जिले में डीएमसी के पद पर कार्य कर रहा है और वह भी छह सालों से। जन शिक्षक का आरोप है कि पैसा नहीं देने की स्थिती में उसे जन शिक्षक पद से हटाने की बात भी वह कहते हैं और धमकी देते हैं। जन शिक्षक ने 5000 रूपये फोन पे के माध्यम से भेजे भी हैं जिसका वह ब्यौरा भी प्रस्तुत कर रहा है वहीं डीएमसी के द्वारा उसे बार बार फोन किया गया है अवैध मांग के लिए उसके लिए जन शिक्षक ने कॉल डिटेल भी प्रस्तुत किया है। 5000 भेजने के बाद भी 10000 की मांग डीएमसी राम प्रकाश जायसवाल कर रहे हैं धमकी दे रहे हैं यह जन शिक्षक का आरोप है।
शिकायतों पर गौर करें तो छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बैठे शिक्षा विभाग के जिले के उच्च अधिकारी ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं ऐसा आरोप है, आरोपों पर गौर किया जाए तो जिला मिशन समन्वयक के पद पर 6 साल से ज्यादा समय से बैठे अधिकारी राम प्रकाश जायसवाल ने भ्रष्टाचार की हद पार ही कर दी है ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि उनकी कार्यशैली से जिले में पदस्थ शिक्षा और अन्य विभाग के लोगों में खूब चर्चा है, शिक्षा विभाग के जिला मिशन समन्वयक पद पर बैठे राम प्रकाश जायसवाल ने ऐसा क्या हद पार कर दिया कि लोग उनके चर्चा भ्रष्ट अधिकारी के रूप में कर रहे हैं, जिले के राजपुर विकासखंड के प्रा.शा. लोधीडांड में पदस्थ शिक्षक रविन्द्र प्रसाद जो जन शिक्षक का कार्य भी करते है उन्होंने कलेक्टर बलरामपुर से मिलकर, डीएमसी राम प्रकाश जायसवाल के अवैध पैसे की मांग और धमका कर पैसे लेने की शिकायत की है और शिकायत में विस्तार पूर्वक साक्ष्य के साथ फोन पे माध्यम से लिए गए पैसे की प्रतिलिपि लगाते हुए शिकायत के माध्यम से गंभीर आरोप लगाए।
क्या धमाकाकर वसूले जा रहे हैं पैसे?
जिला मिशन समन्वयक ने एक शिक्षक से धमकाकर और प्रताड़ित कर अपने फोन पे पर उसके वेतन के पैसे लिए जिसकी गूंज अब पूरे जिले में सुनाई दे रही है, अब यह मामला विभाग से बाहर आ गया है और आरोपी के साथ जांच पर अटक गया है, स्कूल के आईटीसी मद के पैसे को अपने द्वारा दिए गए वेंडर के खाते में अवैध रूप से डालने का दावा भी सूत्रों के द्वारा किया जा रहा है। रविंद्र प्रसाद ने शिकायत में लिखा है कि दिनांक 19/03/2025 को प्रातः 9:18 बजे डीएमसी बलरामपुर द्वारा फोन कर के संकुल ककना अंतर्गत माध्यमिक शाला ककना और माध्यमिक शाला मदनेश्वरपुर के स्कूल खाते में आईटीसी मद की राशि 12000-12000 रुपए डालने की सूचना देते हैं और कहते हैं कि मैं जिस वेंडर का अकाउंट नंबर दूंगा उसमें पूरा पैसा डलवा दो, जब मैं इसके लिए मना कर दिया तो मुझे वेतन से पैसा देने की बात कहने लगे और मुझको बार-बार फोन करने लगे इसके बाद मैं लगातार परेशान होकर शाम को उनके फोन पे नंबर 6260055741 में 5000 रुपए अपने फोन पे के माध्यम से अपने पैसे डाल दिया। लेकिन शाम 7:41 बजे से लगातार डीएमसी सर के फोन आने लगे मैं परेशान होकर फोन नहीं उठाया अगले दिन 20/03/2025 को सुबह 11:30 बजे फोन करके डीएमसी सर 10000 और मांगने लगे मैं देने से मना कर दिया जिससे सर नाराज होकर मुझे गाली देने लगे और सीएसी पद से हटाने की धमकी भी दिए। क्योंकि मैं मेरा पदोन्नति प्रधान पाठक के पद पर हो गया है मेरे साथ राजपुर विकासखंड के 10 और सीएसी प्रधान पाठक पद पर पदोन्नत हुए हैं तथा सभी संकुल से संकुल प्राचार्य द्वारा शासन से जारी दिशा निर्देश अनुरूप प्रस्ताव पत्र शिक्षकों का प्रस्ताव जिला मिशन समन्वयक कार्यालय भेजा गया, परंतु डीएमसी सर द्वारा केवल ककना संकुल के लिए ही एक सहायक शिक्षक को सीएसी नियुक्त कर दिया गया जबकि इस सहायक शिक्षक का नाम संकुल प्राचार्य द्वारा दिए गए प्रस्ताव में नहीं था उनसे पैसा लेनदेन करके सीएसी बना दिया गया।
लंबे समय से भ्रष्टाचार और अवैध पैसे लेने के लग रहे है गंभीर आरोप
पूर्व में अक्टूबर 2024 के समय भी विकासखंड वाड्रफनगर के एक शिक्षक ने जिला मिशन समन्वयक राम प्रकाश जायसवाल के ऊपर तीस हजार रुपए लेकर पोस्टिंग करने के आरोप लगाए थे जिसका व्हाट्सप् चैट, कॉल ऑडियो और जिस शिक्षक ने आरोप लगाया था उसका वीडियो भी मीडिया में वायरल हुआ था। नियमानुसार ये जिला मिशन समन्वयक पद पर रहने के पात्र भी नहीं है ये मुख्य रूप से व्याख्याता एलबी हैं जिले अथवा राज्य में इनसे वरिष्ठ व्याख्याता और प्राचार्य उपलब्ध हैं जो नियमानुसार मिशन समन्वयक के पद के लिए पात्र है लेकिन राजनीतिक पकड़ होने की वजह से ये 6 साल से जमे हुए है।
सूत्रों के हवाले से खबर है की
कांग्रेस शासन काल मे इनकी पहुच शिक्षा मंत्री तक भी थी तभी से ये भ्र्ष्टाचार के बड़े आरोपों और नियम विरुध तरीके से पद पर बने हुये है, इनके शिक्षा विभाग मे डीएमसी के पद पर नियम विरुध पदस्त होने से वरिष्ठ प्रचार्य और व्यख्यता काफि क्षुब्ध हैं।
कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:-
- हाई कोर्ट का निर्देश है की शिक्षको की कमी को ध्यान मे रखते हुये व्याख्याता एलबी को पदस्त शाला मे होना चाहिए।
- इनका पद मुख्य रूप से व्याख्याता एलबी है जो काफि कनिष्ठ है जबकि इस पद पर नियम अनुसार वरिष्ठ को होना चाहिए।
- ये मूल रूप से व्यख्यता एलबी हैं और इनकी मुख्य पदस्थापना सरगुजा जिले मे हाईयर सेकेंडरी स्कूल लूंड्रा मे है।
- व्यख्यता एलबी के पदोंनती के तुरत बाद अपने पहुँच और पैसे के बल पर नियमों को ताक पर रखते हुये ये बलरामपुर जिले मे डीएमसी के पद पर 6 साल से जमे हुये हैं।
- जबकि नियमों के अनुसार डीएमसी के पद पर प्रचार्य अथवा वरिष्ठ व्याख्याता को पदस्थ होना चाहिए।
- डीएमसी पोस्ट पर पदस्थ जायसवाल बलरामपुर मे 2018 से पदस्थ हैं, इतने लम्बे समय मे पूर्व मे भी इन पर पैसा लेकर काम करने के आरोप लग चुका है।
- पूर्व मे इनपर आत्म रक्षा प्रशिक्षण के नाम पर भी कमीशन लेने का आरोप लग चुका है जिसमे भी इनकी सौदे की आडिओ वायरल हुई थी।
कई बार लगाया गया फोन पर नहीं उठाया फोन
गंभीर आरोप की शिकायत पर इसकी सच्चाई जानने के लिए जब डीएमसी रामप्रकाश जायसवाल को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया जिस वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाई और उनके ऊपर लगाए आरोपों पर हम उनका पक्ष नहीं रख पाए।
कलेक्टर साहब भी करेंगे न्याय
शिकायतकर्ता अरविंद प्रसाद ने कहा कि हमने कलेक्टर साहब को शिकायत की हैं कलेक्टर साहब ही अब इस मामले में संज्ञान लेंगे और वह जैसा बोलेंगे हम वैसा करेंगे, अब सारी चीज कलेक्टर साहब पर निर्भर है हम उनके निर्देशों का पालन करेंगे।