कलेक्टर विलास भोसकर पहुंचे पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय…पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय,सैनिक स्कूल अम्बिकापुर
अंबिकापुर,29 जुलाई 2025 (घटती-घटना)। कलेक्टर श्री विलास भोसकर मंगलवार को सीईओ जिला पंचायत श्री विनय अग्रवाल के साथ जिले के विभिन्न विद्यालयों में शैक्षणिक सुविधाओं का जायजा लेने निकले। इस दौरान उन्होंने पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय,पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय अंबिकापुर, सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में पूर्व में स्वीकृत किए गए निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया तथा आवश्यकताओं के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने सर्वप्रथम पीएमश्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय पहुंचकर व्यवस्थाएं देखीं। उन्होंने इस दौरान डीएमएफ से पूर्व में स्वीकृत निर्माण कार्यों का जायजा लिया। कलेक्टर ने विद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर जोर दिया। कलेक्टर श्री भोसकर ने 24 लाख रुपए की लागत से निर्माणाधीन 3 अतिरिक्त कक्ष की धीमी प्रगति को देखते हुए ईई आरईएस को जल्द कार्य पूर्ण कराए जाने निर्देशित किया। डीएमएफ से स्वीकृत अन्य निर्माण कार्यों में बोरवेल,बच्चों के लिए ओपन जिम आदि शामिल है, उन्होंने निर्माण कार्य शीघ्रता से पूर्ण करने कहा। वहीं विद्यालय के मुख्य द्वार से 500 मीटर तक सीसी रोड निर्माण हेतु कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश दिए गए। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के प्राचार्य से स्कूल में चल रही विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। इसके पश्चात कलेक्टर श्री भोसकर ने केंद्रीय विद्यालय अम्बिकापुर पहुंचकर बच्चों के सुविधा हेतु 41 लाख रुपए में स्वीकृत शेड निर्माण की प्रगति का जायजा लिया, उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में देरी ना हो। विद्यालय में पानी की समस्या संज्ञान में आने पर उन्होंने पीएचई विभाग को बोरवेल हेतु निर्देशित किया। विद्यालय में पूर्व में डीएमएफ मद से 10 लाख रुपए की लागत से 6 इंटरेक्टिव पैनल प्रदान किए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री भोसकर ने सैनिक स्कूल में 28.38 लाख रुपए की लागत से सिंथेटिक बैडमिंटन कोर्ट स्वीकृत किए जाने निर्देशित किया, उन्होंने स्कूल से एक किमी की सड़क में बीटी कार्य हेतु पीएमजीएसवाई के अधिकारी को कार्ययोजना तैयार करने कहा। डीएमएफ मद से पूर्व में 30.87 लाख रुपए से टॉयलेट लॉक मरम्मत,10 लाख रुपए की लागत से पिकअप वाहन आदि कार्य स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने इस दौरान विद्यालय में शिक्षकों की उपलधता, शिक्षण सामग्री की उपलधता, खेल सहित अन्य गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी ली।