काफी दिनों से कवायद हो रही है पर अंतिम सूचना प्रशासन के बावजूद राजस्व ग्राम घोषित नहीं हो सका…
मामले को लेकर सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज ग्राम खैरबार पहुंचे थे…
–संवाददाता –
अंबिकापुर,28 जून 2025(घटती-घटना)। अंबिकापुर शहर से लगे ग्राम पंचायत खैरबार को वन ग्राम से राजस्व ग्राम घोषित किए जाने को लेकर लंबे समय से ग्रामीण मांग करते आ रहे हैं पर यह पंचायत छत्तीसगढ़ का ऐसा पंचायत है जो राजस्व रिकॉर्ड से ही गायब है। इसको लेकर काफी दिनों से कवायद हो रही है पर अंतिम सूचना प्रशासन के बावजूद राजस्व ग्राम घोषित नहीं हो सका है। इस मामले को लेकर सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज शनिवार को ग्राम खैरबार पहुंचे और पंचायत भवन में चौपाल लगाई। ग्रामीणों से बातचीत करने के बाद उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को तलब किया और पूरे रिकॉर्ड के साथ वन ग्राम से राजस्व ग्राम किए जाने की प्रक्रिया की जानकारी ली। राजस्व अधिकारियों ने अवगत कराया कि लगभग सभी प्रक्रियाएं पूरी हो गई हैं। प्रथम प्रकाशन के बाद दावा आपत्ति आया, जिसका निराकरण भी कर दिया गया है। कुछ प्रकरण न्यायालय में लंबित हैं इस कारण उसे निराकरण नहीं किया जा सका है किंतु सामान्य आपत्तियों को दूर कर अंतिम प्रकाशन भी हो चुका है। अब इसे राज्य शासन को भेजा जाना है ताकि यह गजट नोटिफिकेशन में आ जाए और राजस्व ग्राम घोषित हो जाए। सांसद चिंतामणि महाराज ने मौके पर मौजूद एसडीएम फागेश सिन्हा, अधीक्षक भू अभिलेख सहित राजस्व अमले को निर्देशित किया है कि अंबिकापुर शहर के सबसे नजदीक का ग्राम इतनी गंभीर समस्या से जूझ रहा है। इसे तत्काल दुरुस्त किया जाए और राजस्व ग्राम घोषित किया जाए। उन्होंने इसको लेकर कलेक्टर विलास भोसकर से भी बातचीत की है। पहली बार ग्राम पंचायत खैरबार को वन ग्राम से राजस्व ग्राम घोषित किए जाने किसी जनप्रतिनिधि ने पहल की है और इस मामले को लेकर सीधे गांव पहुंचकर ग्रामीणों के साथ राजस्व अधिकारियों कर्मचारियों से चर्चा की है। सांसद चिंतामणि महाराज ने कहा है कि यह काफी बड़ी पंचायत है। 1 ग्राम होने से ग्रामीणों को कई समस्याएं आ रही है विभिन्न प्रकार के प्रमाण-पत्र नहीं बन पा रहे। भूमि की खरीद बिक्री नहीं हो पा रही लंबे समय से यहां के लोग परेशान हैं। राजस्व ग्राम घोषित होने के बाद ग्राम में विकास भी होगा। सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज से ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं भी बताईं। ग्राम में असामाजिक तत्वों की दखल और वन भूमि पर बेतहाशा कब्जे की भी जानकारी दी। मौके पर उन्होंने अधिकारियों को तलब कर वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण हटाने और ग्राम पंचायत में शांति सुरक्षा बनाए रखने कहा है।
