@ चीनी घुसपैठ को करारा जवाब
नई दिल्ली,28 जून 2025 (ए)। भारत की प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनी, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम उठाते हुए श्रीलंका के सबसे बड़े शिपयार्ड,कोलंबो डॉकयार्ड पीएलसी (सीडीपीएलसी) में नियंत्रणकारी हिस्सेदारी हासिल कर ली है। यह सौदा 52.96 मिलियन अमेरिकी डॉलर, यानी लगभग 452 करोड़ रुपये में संपन्न हुआ है। यह पहली बार है जब किसी भारतीय सरकारी रक्षा शिपयार्ड कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई अधिग्रहण किया है। इस अधिग्रहण के माध्यम से भारत को हिंद महासागर क्षेत्र में एक मजबूत रणनीतिक उपस्थिति मिलने की उम्मीद है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब श्रीलंका सहित पूरे हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य और आर्थिक पैठ भारत के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, जो भारत की सबसे बड़ी रक्षा शिपयार्ड कंपनी है, ने कोलंबो डॉकयार्ड में कम से कम 51प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह अधिग्रहण प्राथमिक पूंजी निवेश और द्वितीयक शेयर खरीद के मिश्रण के माध्यम से पूरा किया जाएगा। इसमें जापान की ओनोमिची डॉकयार्ड कंपनी लिमिटेड से शेयरों की खरीद भी शामिल है, जो वर्तमान में सीडीपीएलसी की सबसे बड़ी शेयरधारक है। इस सौदे को अभी नियामक अनुमोदन और कुछ अन्य सामान्य शर्तों को पूरा करना बाकी है, और इसके अगले चार से छह महीनों में पूरा होने की संभावना है। सौदे के पूरा होने के बाद, कोलंबो डॉकयार्ड, भारत की रूष्ठरु की एक सहायक कंपनी बन जाएगी।
