अंबिकापुर,18 जून 2025 (घटती-घटना)। सरगुजा संभाग में भी मानसून ने दस्तक दे दिया है। मंगलवार की शाम को मानसून की बारिश हुई। इससे पूर्व अंबिकापुर व आस पास के क्षेत्रों में पिछले दिन दिनों से रूक-रूक कर झमाझम बारिश हो रही है। वहीं छत्तीसगढ़ के शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया है।
बस्तर में फंसी मानसून अब सरगुजा सहित पूरे छत्तीसगढ़ में पहुंच गया है। सोमवार की शाम को प्री मानसून की बारिश के बाद मंगलवार की शाम को मानसून ने सरगुजा जिले में भी दस्तक दे दिया है। पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी 15 जून के बाद आखिरकार 17 जून को मानसून ने दस्तक दी। हालांकि मौसम विभाग ने इस वर्ष 10 से 15 दिन पूर्व मानसून के आने की उम्मीद जताई थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरगुजा संभाग में उमस भरी गर्मी से पिछले कई दिनों से परेशान थे। हालांकि अधिकतम तापमान 38 डिग्री के आसपास रहा, लेकिन धूप के साथ उमस ने लोगों को बेचैन कर दिया। सोमवार की शाम को बारिश होने के बाद उमस भरी गर्मी से राहत मिलनी शुरू हो गई है। मंगलवार की सुबह भी रूक-रूक कर रिमझिम बारिश होती रही। इसके बाद शाम 5 बजे झमाझम बारिश होने से मौसम पूरी तरह सुहाना हो गया है। सरगुजा में सोमवार शाम से हो रूक-रूक कर बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिक एसके मंडल ने बताया कि मंगलवार की शाम तक पूरे छत्तीसगढ़ में मासनसून प्रवेश कर चुका है। बस्तर में कई दिनों से मानसून रूका हुआ था।
मैनपाट का मौसम सुहाना
सरगुजा जिले के अंबिकापुर सहित मैनपाट, सीतापुर इलाकों में भी पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश हो रही है। मूसलाधार बारिश होने से मैनपाट का मौसम सुहाना हो गया है। इसके अलावा बलरामपुर, सूरजपुर में भी बारिश हो रही है।
तापमान में भी गिरावट
पिछले दो दिन से बारिश होने से अधिकतम व न्यूतनतम तापमान में भी गिरावट आई है। पिछले कई दिनों से अधिकतम 36 व न्यूतनत 26 डिग्री के बीच बना हुआ था। वहीं चिलचिलाती धूप के कारण उमस की स्थिति थी। वहीं पिछले दो दिनों से बारिश होने से अधिकतम व न्यूनतम तापमान गिरकर 34 व 24 डिग्री पहुंच गया है।