@ पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने की सख्त कार्यवाही…
@ पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों ने वीजा नियम सख्त किया…
@ पाकिस्तान ने भारतीयों के लिए 30 अप्रैल तक तय की लौटने की मियाद
नई दिल्ली,28 अपै्रल 2025 (ए)। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 1,000 से ज्यादा भारतीय पाकिस्तान छोड़कर वतन वापस आ गए हैं। एक सरकारी अधिकारी ने सोमवार को बताया कि वीजा रद्द होने की वजह से उन्हें अपनी यात्रा बीच में ही रोकनी पड़ी। पिछले छह दिनों में वाघा बॉर्डर से 1,000 से ज्यादा भारतीय अपने देश लौट आए हैं। अधिकारी ने बताया कि इसी तरह, 800 से ज्यादा पाकिस्तानी भी सोमवार तक अपने घर वापस आ चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों से लंबे समय के वीजा वाले लोगों को वापस लौटने में परेशानी हो रही है। रविवार को 236 पाकिस्तानी अपने मुल्क लौटे और 115 भारतीयों ने अपने देश में प्रवेश किया। वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान रेंजर्स और भारत के बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने वापस आने वाले नागरिकों के कागजात की अच्छी तरह से जांच की, उसके बाद ही उन्हें आगे जाने दिया।
भारत ने अपने नागरिकों को लौटने की दी थी सलाह
22 अप्रैल को आतंकवादियों ने कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और कई को जख्मी कर दिया। 2019 में पुलवामा हमले के बाद घाटी में यह सबसे बड़ा हमला है। द रेजिस्टेंस फ्रंट नाम के एक संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। टीआरएफ , पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का ही एक हिस्सा है। हालांकि, बाद में कई रिपोर्ट हैं कि टीआरएफ हमले के कबूलनामे से पीछे हट गया।
पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्ती
नई दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने बुधवार को कई फैसले लिए। इनमें से एक फैसला अटारी में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को तुरंत बंद करने का भी था। अटारी-वाघा बॉर्डर भारत में अमृतसर के पास और पाकिस्तान में लाहौर के पास स्थित है। नई दिल्ली ने दोनों देशों के नागरिकों के लिए एसएएआरसी वीजा के नियमों में ढील को रद्द कर दिया। इसके बाद इस्लामाबाद ने भी ऐसा ही किया। अब पाकिस्तानी नागरिक एसएएआरसी वीजा एग्जेंप्शन स्कीम के तहत भारत में यात्रा नहीं कर पाएंगे। पहले जारी किए गए सभी वीजा भी रद्द माने जाएंगे।
कुछ लोगों को नहीं पार करने दिया गया बॉर्डर
पाकिस्तान में,लंबे समय के वीजा वाले लोगों,ओवरसीज सिटिजन्स ऑफ इंडिया और नो ऑब्जेक्शन टू रिटर्न टू इंडिया स्टैम्प वाले लोगों को बॉर्डर पार करने से मना कर दिया गया। इस बीच विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा 27 अप्रैल से रद्द हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल तक ही मान्य रहेंगे।
पाकिस्तान ने 30 अप्रैल तक दी है मियाद
भारत की तरह ही, इस्लामाबाद ने भी गुरुवार को वाघा बॉर्डर पोस्ट को बंद कर दिया। एसएएआरसी वीजा एग्जेंप्शन स्कीम के तहत भारतीयों को दिए गए वीजा रद्द कर दिए और भारतीय उच्चायोग में मौजूद सैन्य सलाहकारों को देश छोड़ने के लिए कहा। पाकिस्तान ने कहा, भारत से इस रास्ते से होने वाले सभी तरह के ट्रांजिट को बिना किसी अपवाद के निलंबित कर दिया जाएगा। जिन लोगों ने वैध दस्तावेजों के साथ सीमा पार की है, वे तुरंत इस रास्ते से वापस आ सकते हैं, लेकिन 30 अप्रैल से पहले। इसका मतलब है कि जिन लोगों के पास भारत का वीजा है और वे पाकिस्तान में हैं,उन्हें 30 अप्रैल तक भारत वापस आना होगा, नहीं तो उन्हें परेशानी हो सकती है।
पहलगाम हमले के बाद बदल गया माहौल
यह सब कुछ पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुआ है। हमले के बाद, भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही वीजा नियमों को सख्त कर दिया है। इससे दोनों देशों के लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। वीजा रद्द होने से उन लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है ।
पाकिस्तान पर डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक, अब यूट्यूब पर नहीं देख पाएंगे इनका ड्रामा, भारत ने 16 चैनलों पर लगाया प्रतिबंध

केंद्र सरकार ने सोमवार को पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनलों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके भारत में प्रसारण पर रोक लगा दी है। यह कार्रवाई गृह मंत्रालय की सिफारिशों पर की गई है। सरकार ने जम्मू-कश्मीर में पहलगाम आतंकवादी घटना की पृष्ठभूमि में भारत, उसकी सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री, झूठे और भ्रामक बयान और गलत सूचना प्रसारित करने के लिए यह प्रतिबंध लगाया है।
इन चैनलों पर लगा प्रतिबंध
केंद्र सरकार ने डॉन न्यूज, समा टीवी एआरवाई न्यूज,बोल न्यूज,रफ्तार,द पाकिस्तान रेफरेंस,जियो न्यूज,समा स्पोर्ट्स,जीएनएन,सुनो न्यूज एचडी,राजीनामा पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा इरशाद भाटी,उजैर क्रिकेट,उमर चीमा एक्सक्लुसिव,अस्मा शिराजी और मुनीब फारूक के यूट्यूब चैनल पर प्रतिबंध लगाया है। ये सभी यूट्यूब चैनल हैं। इन सभी चैनलों के कुल 6.3 करोड़ सब्सक्राइबर हैं।
गोली मार दो लेकिन निकालकर न फेंको
भारत छोड़कर नहीं जाना चाहते पाकिस्तानी…अब तक 627 सीमा पार

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने के निर्देश जारी किए जाने के बाद, बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा के रास्ते अपने वतन वापस लौट गए हैं। पिछले पांच दिनों में कम से कम 627 पाकिस्तानी भारत छोड़कर जा चुके हैं, जिनमें 9 राजनयिक और अधिकारी भी शामिल हैं। भारत सरकार ने शॉर्ट टर्म वीजा की 12 श्रेणियों के धारकों को तत्काल पाकिस्तान लौटने का आदेश दिया था, जिसकी समय सीमा रविवार को समाप्त हो गई।भारत छोड़ते समय कई पाकिस्तानियों को भावुक होते देखा गया। बालासोर जिले में चार साल की उम्र से रह रही 72 वर्षीय रजिया सुल्ताना ने दर्द भरी गुहार लगाते हुए कहा, अगर हमने कुछ गलत किया है तो गोली मार दो लेकिन देश से निकालकर ना फेंको। किडनी की समस्या से जूझ रहीं रजिया सुल्ताना को भी देश छोड़ने का नोटिस मिला है और 10 मई को भुवनेश्वर में उनका मेडिकल अपॉइंटमेंट है। उनके परिवार ने सरकार से उन्हें राहत देने की अपील की है। गुजरावालां के सोनी मसीह से शादी करने वाली मारिया को भी भारत छोड़ने का आदेश मिला है। पिछले साल ही उनकी शादी हुई है और मारिया गर्भवती हैं। उन्हें अब तक लॉन्ग टर्म वीजा नहीं मिला था। मारिया ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अपने पति को छोड़ना नहीं चाहतीं।
हम पाकिस्तान के साथ खड़े हैं भारत ने खुद मरवाए हैं हिंदू

खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भारत विरोधी जहर उगला है। सिख्स फॉर जस्टिस के प्रमुख पन्नू ने खुलकर पाकिस्तान का साथ देने की बात कही है और भारतीय सेना को खुली धमकी दी है। पन्नू ने कहा कि पंजाब के रास्ते भारतीय सेना को पाकिस्तान पर हमला नहीं करने दिया जाएगा। साथ ही पाकिस्तान को पाक बताते हुए दावा किया कि सिख समुदाय पाकिस्तान के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहेगा। पन्नू ने यह बातें ‘आजाद डिजिटल’ को दिए एक इंटरव्यू में कही हैं।
पाकिस्तानी सीमा हैदर की होगी पाकिस्तान वापसी या भारत में रहेंगी?

सीमा हैदर का मामला अलग है, सीमा हैदर ने भारत में हिंदू रीति-रिवाज से सचिन मीणा से शादी कर ली है और अब एक बच्ची की मां भी बन चुकी है. सीमा अब पाकिस्तान नहीं जाएगी. उसने भारत में स्थायी रूप से रहने के लिए नागरिकता के लिए आवेदन किया है. सीमा हैदर के नागरिकता से जुड़े कागजात भारत सरकार और राष्ट्रपति के पास लंबित हैं. उन पर अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है. जब तक कोई अंतिम फैसला नहीं होता, सीमा भारत में ही रहेगी.