मृतकों के परिजनों को मिलेंगे चार-चार लाख
रायपुर,20 अप्रैल 2024 (ए)। छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर स्थित रायगढ़ जिले के महानदी में एक नाव पलटने से अब तक 8 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के शिकार हुए लोगों 7 लोगों का शव बरामद कर लिया गया था, वहीं अब एक महिला की लाश भी बरामद कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक, सुबह 6 बजे से ही महानदी में रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन जारी था। आज सुबह करीब 8ः30 बजे पहला शव बरामद किया गया। यह शव पिंकू राठिया नाम के एक बच्चे का था। जानकारी के मुताबिक, सभी मृतक अंजोरीपाली खरसिया गांव के निवासी थे। गोताखोरों के साथ भुवनेश्वर से स्कूबा डाइवर की टीम घटनास्थल पर रेस्क्यू और खोजबीन कर 8 शवों को बरामद किया।
सीएम पटनायक ने चार लाख मुआवजे का किया ऐलान
झारसुगुड़ा जिलाधीश अबोली सुनील नरवणे तथा पुलिस अधीक्षक स्मिथ पी परमार दलबल सहित घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक पदक्षेप ले रहे है।मामले की सूचना पाकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दोनों मृतकों के परिवारों को चार चार लाख की आर्थिक सहायता तथा घायलों की चिकित्सा के सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया है
मृतक सभी छत्तीसगढ़ के निवासी
इस घटना में जिन लोगों की डूब कर मौत हुई है उनमें राधिका राठिया, केसरबाई राठिया, लक्ष्मी राठिया, बालक कुणाल राठिया, एक बच्चा नवीन राठिया, के शव मिले है। इस घटना में 8 में से 7 लोगों के शव को बरामद कर लिया गया है। वही एक व्यक्ति की तलाश अभी भी जारी है। यह सभी लोग छत्तीसगढ़ के खरसिया विधानसभा क्षेत्र के बताए जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के मंत्री चौधरी ने कहा
इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त मंत्री और रायगढ़ के विधायक ओपी चौधरी ने बताया कि रायगढ़ में हुए इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि यह घटना ओडिशा की बताई जा रही है। जहां रायगढ़ क्षेत्र के लोग 50 की संख्या में नाव में सवार थे। इस दौरान नाव पलटने से 7 लोग की मौत हो गई है वहीं 1 की तलाश जारी है। मंत्री चौधरी ने कहा कि सभी अधिकारी और कर्मचारी मौके पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार की ओर से सहायता राशि देने की बात कही गई है।
अब तक 7 के शव बरामद किए गए
इस घटना में राधिका राठिया, केसरबाई राठिया, लक्ष्मी राठिया, बालक कुणाल राठिया, एक बच्चा नवीन राठिया के शव मिले है। रायगढ़ कलेक्टर कार्तिकेय गोयल देर शाम तक घटना स्थल पहुंच कर मौके पर झारसुगुड़ा की जिला अधिकारियों के साथ मिलकर पूरे घटना की मॉनिटरिंग कर 50 लोगों को देर रात खरसिया बस के माध्यम से रवाना किया गया।