इम्फाल,17 अप्रैल 2024 (ए)। ग्यारह महीनों से जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर में कुकी नेशनल असेंबली ने एक बयान जारी कर कहा कि अगर भारत में पीड़ा सहना हमारा अधिकार माना जा रहा है, तो हम संसदीय चुनावों में भाग न लेने का विकल्प चुनते हैं। इससे पहले भी कई कुकी-जो समूह लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान कर चुके हैं।मणिपुर में कुकी नेशनल असेंबली ने शनिवार (13 अप्रैल) को कांगपोकपी जिले में कथित तौर पर घाटी के एक सशस्त्र समूह द्वारा दो ग्रामीण वालंटियर्स की हत्या की निंदा की और कुकी-जो जनजातियों से अपील की कि वे जनजातियों के खिलाफ अत्याचार के विरोध में लोकसभा चुनाव में मतदान न करें।
