संपादकीय

लेख@ प्रयाग कुम्भ:नभ में फहरते तीर्थ पुरोहितों के ध्वज-निशान

लेख का आरम्भ मैं एक श्लोक की पंक्ति से करता हूं… मंगलं भगवान विष्णु,मंगलं गरुड़ध्वजः, अर्थात् जिनके ध्वज में पक्षी गरुण अंकित है, ऐसे भगवान विष्णु हमारा मंगल करें। प्रत्येक देवी-देवता के वाहन में लगे ध्वज में कोई न कोई प्रतीक चिह्न अवश्य अंकित है जो आध्यात्मिक अर्थों को सहेजे हुए है। ऐसे ही महाभारतकालीन योद्धाओं के रथों में जो …

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लेख@ परीक्षा फोबिया-कारण और उपचार

हम में से हर एक समय-समय पर किसी तरह की चिंता का अनुभव करता है, जिसके परिणामस्वरूप ऐसी स्थिति होती है जिसे हम धमकी के रूप में देखते हैं, जैसे कि एक मौखिक प्रस्तुति करना, कार के साथ निकट-मिस करना,या ए के परिणामों की प्रतीक्षा करना लैब टेस्ट। एक स्थिति के दौरान मनुष्यों के बीच चिंता वास्तव में आम है …

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लेख कहीं मनुष्य की नाक में दम न कर दे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

सामरिक सूचना के उजागर होने के खतरे यह बहुत अच्छी खबर है कि भारत ने बहुत ही कम वित्तीय निवेश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अधिकतम उपयोग के बाद उसके फायदे उठाए हैंद्य ब्रिटेन के निचले सदन हाउस ऑफ़ कॉमंस के स्पीकर लिंडसे हाएल ने कहा कि ब्रिटेन संसदीय प्रक्रिया को और बेहतरीन बनाने के लिए भारत की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की …

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लेख@ जैव विविधता की समृद्धि के लिए आर्द्र भूमि बचाएं

प्रकृति जीवों-पादपों की पोषक है, सांसों का स्पंदन है। प्रकृति की रचना में जीवन का सौंदर्य एवं लास्य नर्तन है। ऊंचे उठे नभ छूते गिरि शिखरों पर हिम की रजत चादर हो या पर्वतों से जीवन धारा बन निकली बलखाती चंचल सरिताएं हों। तमाम पशु-पक्षियों एवं मानव को भोजन, आश्रय एवं जीवनोपयोगी संसाधन भेंट करते समृद्ध कानन हों या सतत …

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लेख@भाषा और पठन-पाठन की बेहतर समझ की ओर बढ़ता निपुण भारत

हालिया वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट 2024 में कहा गया है कि ग्रेड थर्ड के विद्यार्थियों ने अपने पढ़ने के कौशल (24 प्रतिशत से 34 प्रतिशत) और घटाव के कौशल (29प्रतिशत से 41 प्रतिशत) में सुधार किया है। श्रगतिका घोष जैसे युवा पाठक इस बात के उदाहरण हैं कि कैसे जीवंत और प्रासंगिक कार्यपुस्तिकाओं को अपनाने से ओडिशा में साक्षरता परिणामों …

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लेख@ कैंसर नहीं है पूरी तरह लाइलाज,जागरूकता जरूरी

भारत में कैंसर के करीब दो तिहाई मामलों का बहुत देर से पता चलता है और कई बार तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। लोगों को कैंसर होने के संभावित कारणों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से ही प्रतिवर्ष 4 फरवरी को ‘विश्व कैंसर दिवस’ मनाया जाता है। दरअसल आज भी लगभग सभी लोगों के लिए कैंसर …

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@विश्व कैंसर दिवस पर विशेष@जागरूकता से ही होगा कैंसर रोग पर नियंत्रण

कैंसर बीमारियों का एक जटिल समूह है जिसकी विशेषता असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि और प्रसार है । इसमें 100 से अधिक विभिन्न रोग शामिल हैं जो शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करते है। ये कोशिकाएं ट्यूमर नामक द्रव्यमान का निर्माण कर सकती हैं। जो शरीर के सामान्य कामकाज में हस्तक्षेप कर सकती हैं। जबकि कैंसर किसी को भी …

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@सिने अभिनेत्री वहीदा रहमान के जन्मदिवस 3 फरवरी विशेष@फिल्म गाइड की सौन्दर्य-स्वामिनी रोजी:वहीदा रहमान

यदि समाज के समस्त चारित्रिक घटनाक्रम साहित्य में प्रतिबिम्बित होता है, तो उस घटनाक्रम का जीवंत दर्शन होता है सिनेमा में। सिनेमा सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक एवं साहित्यिक घटनाक्रमों को सार्वजनिक रूप से उजागर करने का साधन है; और इसीलिए यह साधन चलचित्र कहलाता है। सिनेमा न सिर्फ मनोरंजन का एक जरिया है, बल्कि विभिन्न शिक्षाप्रद तथ्यों का सुगम स्रोत है। …

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लेख@ चिंताजनक है बच्चों के साथ समय न बिताना

बात करना बहुत ज़रूरी है,साथ ही ज़रूरत पड़ने पर दयालु होना भी ज़रूरी है। जितना हो सके अपने बच्चे को अपने काम में शामिल करने की कोशिश करें। उन पर ध्यान दें और उनकी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हों; इससे आप दोनों के बीच नज़दीकियाँ बढ़ेंगी। बच्चे स्वाभाविक रूप से अपने माता-पिता का ध्यान और स्वीकृति चाहते हैं, इसलिए समझदार …

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लेख@ महामारी में राज्य सरकारों की स्वास्थ्य सेवाएं कमजोर क्यों?

भारत को स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक अंतर-सरकारी संगठन की तत्काल आवश्यकता है, क्योंकि अनेक स्वास्थ्य क्षेत्रों का तेजी से वैश्वीकरण हो रहा है तथा समकालीन प्रौद्योगिकियों का प्रभाव बढ़ रहा है, जो स्वास्थ्य रणनीतियों को बदल रहे हैं। एक ऐसा संगठन जो संघीय सरकार तथा राज्यों के बीच समन्वय में सुधार करने में सक्षम हो। सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रकोपों का …

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