कवर्धा@ कवर्धा में हुआ काला कबूतर कांड

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स्वतंत्रता दिवस पर सफेद की जगह उड़ा दिये काले कबूतर, मचा बवाल
कवर्धा,17 अगस्त 2025 (ए)।
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में स्वतंत्रता दिवस समारोह इस बार एक अलग ही वजह से चर्चा में आ गया। ग्राम पंचायत गुढ़ा के स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में ध्वजारोहण के बाद शांति और सौहार्द का प्रतीक माने जाने वाले कबूतर उड़ाने की रस्म निभाई गई। मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य और सभापति वीरेन्द्र साहू ने मंच से
कबूतर उड़ाए।
परंपरा के मुताबिक इस मौके पर सफेद कबूतर छोड़े जाते हैं, जिन्हें शांति का दूत माना जाता है। लेकिन यहां जो कबूतर उड़ाए गए, वे काले थे। यह दृश्य कैमरे में कैद हुआ और खुद वीरेन्द्र साहू ने इसका वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा कर दिया। चंद घंटों में वीडियो वायरल हो गया और लोगों ने इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।
विवाद कैसे भड़का?
वीडियो सामने आते ही कई लोगों ने इसे स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व के साथ खिलवाड़ और लापरवाही बताया। बाद में वीडियो को एडिट कर कबूतरों को सफेद दिखाने की कोशिश भी की गई, लेकिन मूल फुटेज ने यह साफ कर दिया कि मंच से छोड़े गए पक्षी काले ही थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि राष्ट्रीय पर्व पर काले कबूतर छोड़ना न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि इसे अशुभ संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है। कुछ लोगों ने इसे प्रशासनिक लापरवाही करार दिया और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की।
सोशल मीडिया पर पंचायत का किस्सा
यह मामला केवल आलोचना तक सीमित नहीं रहा। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे हास्यास्पद अंदाज़ में भी उठाया और तुलना कर दी लोकप्रिय वेब सीरीज पंचायत के उस दृश्य से, जिसमें विधायक कबूतर उड़ाते हैं और गो कबूतर गो बोलते ही पक्षी मर जाता है। वहां कबूतर की मौत पर गांव ठहाकों में डूब गया था, और यहां कबूतर के रंग ने विवाद को जन्म दे दिया। ऐसे में सवाल उठता है कि इस घटना को प्रशासन कितनी गंभीरता से लेगा। क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी या फिर इसे भी हंसी-मजाक में छोड़ दिया जाएगा? फिलहाल कवर्धा में यह कबूतर कांड चर्चा का सबसे बड़ा विषय बना हुआ है।


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