-शमरोज खान-
सूरजपुर,14 सितंबर 2025 (घटती-घटना)। कानून के रखवाले जब खुद कानून तोड़ने लगे तो क्या होगा? जिले की पुलिस अपनी खुद की चमक को चमकाने के लिए क्या क्या नही करती। स्कूल कालेजो में जाकर नशाखोरी से दूर रहने की बात करती है। लेकिन खुद के विभाग में ऐसे शराबखोर पुलिसकर्मी है जो आये दिन शराब के नशे में झूमते मचलते इधर-उधर पड़े रहते है। कुछ ऐसा नजारा मोहरसोप में देखा गया। मोहरसोप चौकी में पदस्थ आरक्षक हृदय लाल पाटले की नशे की हालत में तस्वीर विडियो ग्रामीण ने बनाकर सोशल मीडिया वायरल कर दिया। जिसमे नशे में झूमते देखे जा रहे है। पड़ताल करने पर पता चला कि यह आरक्षक आज सुबह करीब 10 बजे अपनी स्कूटी क्रमांक सीजी 15 डीक्यू 203 को यादव किराना कपड़ा दुकान के सामने सड़क के बीच मे खड़ा कर दिया। इस दौरान वह खुद नशे में मदमस्त होकर पास ही कुर्सी पर सो गया। स्थानीय लोगों ने वीडियो बनाकर कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जो बहुत तेजी से फैलता जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि चौकी में तैनात कुछ कर्मचारी अक्सर शराब के नशे में ड्यूटी करते हैं और आम जनता की शिकायतों पर गंभीरता से ध्यान नहीं देते। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि बार-बार इस तरह की घटनाएँ सामने आने से चौकी और पूरे विभाग की छवि धूमिल हो रही है।
बड़ा सवाल…
बीच सड़क पर स्कूटी खड़ी करने से यातायात में बाधा उत्पन्न हुई और आसपास मौजूद लोग परेशान हुए। लोगों का कहना है कि अगर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ही नशे में धुत होकर गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाएंगे,तो क्षेत्र की कानून-व्यवस्था और आम जनता की सुरक्षा पर कैसे भरोसा किया जा सकेगा। क्या जिले के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले पर क्या संज्ञान लेते हैं और नशे में धुत पाए गए पुलिसकर्मी होती है कि नही?
