प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार ने सब बताया…
नई दिल्ली,14 जून 2025(ए)। गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का विमान ए आई-१71 12 जून की दोपहर को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब इस घटना के बाद पहली बार शनिवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए उड्डयन मंत्रालय के सचिव समर कुमार सिन्हा ने बताया कि एअर इंडिया के इस विमान ने 12 जून को दोपहर 1.39 बजे अहमदाबाद से टेकऑफ किया था और कुछ ही सेकंड में 650 फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर विमान सिंक करने लगा यानी ऊंचाई खोने लगा। इस विमान में 242 लोग सवार थे जिसमें 230 यात्री, दो पायलट और 10 क्रू मेंबर थे। एक बजकर 39 मिनट पर पायलट ने अहमदाबाद के एटीसी को मेडे यानी फुल इमरजेंसी की सूचना दी थी। जब एटीसी ने विमान से संपर्क करने की कोशिश की तो उसका कोई जवाब नहीं मिला इसके ठीक एक मिनट बाद हमारे एयरपोर्ट से लगे मेघाणीनगर जो हवाईअड्डे से दो किलोमीटर की दूरी पर हैं, वहां पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
उन्होंने बताया कि विमान ने इस दुर्घटना से पहले पेरिस से दिल्ली और दिल्ली से अहमदाबाद की यात्रा बिना किसी घटना के पूरी की थी। दुर्घटना के कारण रनवे को 2.30 बजे बंद कर दिया गया और सारे प्रोटोकॉल पूरा करने के बाद शाम पांच बजे सीमित उड़ानों के लिए रनवे को खोल दिया गया। तीन-साढ़े तीन बजे के आसपास हमारे नागरिक उड्डयन मंत्रालय की पूरी टीम और मंत्री कंट्रोल रूम पहुंचे और शाम छह बजे के आसपास पूरी टीम घटनास्थल पर मौजूद थे। नायडू ने कहा कि बीते दो दिन सभी के लिए काफी बुरे रहे। मैं निजी तौर पर घटनास्थल पर पहुंचा और स्थिति का जायजा लिया। जैसे ही हम घटनास्थल पर पहुंचे तो हमने उस भयावह मंजर को अपनी आंखों से देखा। यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। हमने इस मामले की जांच के लिए गृह सचिव की अगुवाई में उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। हम हर पहलू से हादसे के कारणों की जांच कर रहे हैं। ऐसे हादसे भविष्य में नहीं हो इसके लिए काम कर रहे हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि बीते दो दिन बहुत मुश्किल भरे रहे, विशेष रूप से नागरिक उड्डयन मंत्रालय और सभी के लिए. अहमदाबाद एयरपोर्ट पर जो घटना हुई। उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस घटना में जिन लोगों ने अपनों को खो दिया है,उनके साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैंने सड़क दुर्घटना में अपने पिता को खोया है इसलिए मैं इस दुख को समझ सकता हूं,जो लोग इस वक्त महसूस कर रहे हैं। यह घटना हम सबके लिए काफी शॉकिंग थीञ्। मैं निजी तौर पर घटनास्थल पर गया और स्थिति का जायजा लिया।
अहमदाबाद विमान हादसे की उच्च स्तरीय जांच के लिए समिति गठित
3 महीने में आएगी रिपोर्ट

केंद्र सरकार ने गुजरात के अहमदाबाद में 12 मई को एयर इंडिया के एआई-171 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की उच्च स्तरीय जांच के लिए बहु विषयक समिति का गठन कर दिया है।यह समिति हादसे के कारणों की जांच करने के साथ मौजूदा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश सुझाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, 12 जून,2025 को अहमदाबाद से गैटविक हवाई अड्डे (लंदन) के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति का गठन किया गया है। समिति ऐसी घटनाओं को रोकने और संभालने के लिए जारी मौजूदा एसओपी और दिशानिर्देशों की जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यापक दिशानिर्देश सुझाएगी। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह समिति संबंधित एजेंसियों द्वारा की जा रही अन्य जांचों का स्थान नहीं लेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने और प्रबंधित करने के लिए बेहतर एसओपी का मसौदा तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के गृह सचिव इस समिति की अध्यक्षता करेंगे…
उनके अलावा, समिति में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव, गृह मंत्रालय के अतिरिक्त या संयुक्त सचिव, गुजरात सरकार से प्रतिनिधि, गुजरात राज्य आपदा प्रतिक्रिया प्राधिकरण के प्रतिनिधि,गुजरात पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), अहमदाबाद पुलिस आयुक्त, भारतीय वायुसेना महानिदेशक,नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो/ महानिदेशक बीसीएएस, डीजीसीए के महानिदेशक, खुफिया ब्यूरों के विशेष निदेशक और फोरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय के निदेशक को शामिल किया गया है।
मंत्रालय के अनुसार, समिति में विमानन विशेषज्ञ, दुर्घटना जांचकर्ता और कानूनी सलाहकार सहित जांच में आवश्यक किसी भी अन्य सदस्य को शामिल किया जा सकता है।
समिति की सभी रिकॉर्ड तक पहुंच होगी, जिसमें उड़ान डाटा, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर,विमान रखरखाव रिकॉर्ड, एटीसी लॉग और गवाहों की गवाही शामिल है।
समिति चालक दल, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर और संबंधित कर्मियों का इंटरव्यू लेकर जानकारी हासिल करेगी। समिति को 3 महीने के अंदर सरकार को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
इससे पहले शुक्रवार को डीजीसीए ने 787 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच के आदेश दिए थे।
आदेश के अनुसार, विमान के ईंधन, हाइड्रोलिक, इंजन कंट्रोल, एयर कंप्रेसर और टेकऑफ से जुड़े तकनीकी मानकों की जांच की जाएगी।
डीजीसीए ने 2 हफ्ते में पावर एश्योरेंस चेक अनिवार्य करते हुए आदेश दिया कि 15 दिनों की तकनीकी खराबियों की समीक्षा के आधार पर मरम्मत की जाएगी। एयरलाइन को इसकी जांच रिपोर्ट डीजीसीए को जमा करनी होगी।
पीडि़त परिवार की भावुक अपील…एक दिन और ले लीजिए,हमें परिजनों के अंग सही-सलामत सौंपिए

अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना में मारे गए घर के सदस्यों के अवशेषों के लिए गुजरात का एक परिवार सरकार से गुहार लगा रहा है। दर्दनाक हादसे में गुजरात के खेड़ा जिले के 17 से अधिक परिवारों ने अपने प्रियजन खोए, जिनमें नडियाद के पवार परिवार के मुखिया महादेव तुकाराम पवार और उनकी पत्नी आशाबेन पवार भी शामिल हैं। ये दंपति ब्रिटेन में रहने वाले अपने बेटे से मिलने पहली बार विदेश यात्रा पर रवाना हुआ था। ये उनकी पहली हवाई यात्रा थी, जो दुर्भाग्यवश आखिरी साबित हुई। सरकार से अपील करते हुए महेश ने कहा कि भावनाएं समझिए, व्यवस्था बनाई जाए। उन्होंने कहा, आप 72 घंटे से एक दिन अधिक समय लीजिए,लेकिन हमें हमारे प्रियजनों के शरीर के अंग संगठित और सम्मानजनक तरीके से सौंप दीजिए। ये सिर्फ मेरी नहीं,हम सभी की मांग है। हमारी भावनाएं हमारे परिजनों से जुड़ी हैं।
चाय की टपरी पर सोया था बेटा,विमान गिरा तो आग की चपेट में आकर हुई मौत,बचाने दौड़ी मां भी झुलसी

अहमदाबाद के मेघाणीनगर में सड़क किनारे चाय की टपरी चलाने वाली महिला का बेटा भी प्लेन क्रैश की चपेट में आ गया। महिला का 16 साल का बेटा टपरी पर सो रहा था। वहीं महिला चाय बना रही थी. उसी दौरान अचानक विमान हादसे का शिकार हो गया। विमान गिरा तो धमाके के साथ आग लग गई। आग ने बेटे की जान ले ली और मां को बुरी तरह झुलसा दिया। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की असली वजह आई सामने
पायलट की आखिरी चेतावनी भरा मैसेज

अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 275 लोगों की जान लेने वाले इस दर्दनाक हादसे की असली वजह अब सामने आने लगी है और ये वजह है तकनीकी गड़बड़ी और इंजन फेल होना, जिसे पायलट सुमित सभरवाल ने अपनी आखिरी कॉल में साफ शब्दों में बताया। पायलट का अंतिम संदेश: मेडे थ्रस्ट नहीं मिल रहा, पावर कम हो रही हैजांच एजेंसियों के हाथ लगे एयर ट्रैफिक कंट्रोल रिकॉर्डिंग में पायलट की जो आखिरी आवाज दर्ज हुई, वो रोंगटे खड़ी कर देने वाली है।मेडे मेड थ्रस्ट नहीं मिल रहाज् प्लेन उठ नहीं रहाज् नहीं बचेंगे। ये महज 4 से 5 सेकंड की कॉल उस खौफ की तस्वीर पेश करती है, जब कॉकपिट में बैठे लोग मौत से कुछ ही सेकंड दूर थे। इस संदेश ने साबित कर दिया कि हादसा किसी तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ, जो एक पल में सब कुछ खत्म कर गया।