- वन विभाग द्वारा 41 अतिक्रमणकारियों को एक माह पूर्व बेदखली नोटिस जारी कर मांगे गए थे दस्तावेज
- कार्रवाई के दौरान 500 पुलिसकर्मी व 150 से अधिक वन रक्षकों की गई थी तैनाती
- अंबिकापुर समेत इससे लगे इलाकों में वन भूमि पर कब्जा कर मकान बनाने का खेल चल रहा है लंबे अरसे से…
अंबिकापुर,14 जून 2025 (घटती-घटना)। शहर से लगे चोरकाकछार में वन भूमि पर अवैध कब्जा किया गया था। शिकायत पर जिला प्रशासन,वन विभाग, पुलिस व नगर निगम की टीम ने कार्रवाई की। जेसीबी से 39 अवैध घरों को जेसीबी से तोड़ दिए गए। वन विभाग द्वारा 41 अतिक्रमणकारियों को एक माह पूर्व बेदखली नोटिस जारी कर दस्तावेज मांगे गए थे। दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति में उन्हें मकान खाली करने कहा गया था। कार्रवाई के दौरान 500 पुलिसकर्मी व 150 से अधिक वन रक्षकों की तैनाती की गई थी। गौरतलब है कि अंबिकापुर समेत इससे लगे इलाकों में वन भूमि पर कब्ज़ा कर मकान बनाने का खेल लंबे अरसे से चल रहा है। समय-समय पर वन विभाग द्वारा अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर कब्जा हटाने के निर्देश देती रही है,इसके बावजूद कई वनभूमि पर कब्जे का खेल जारी है। शहर से लगे ग्राम चोरकाकछार में भी काफी संख्या में लोगों द्वारा वन भूमि पर अवैध रूप से मकान बनाकर निवास किया जा रहा था। इसे लेकर पिछले महीने वन विभाग द्वारा 41 कब्जाधारियों को बेदखली नोटिस जारी किया गया था। इसे लेकर अतिक्रमणकारियों में हडकंप मचा हुआ था। सप्ताहभर पूर्व अतिक्रमित परिवार की दर्जनभर से अधिक महिलाओं ने डीएफओ कार्यालय का घेराव किया था। उन्होंने कहा था कि यह कार्रवाई एक विशेष समुदाय को निशाना बनाकर किया जा रहा है। इस मामले में डीएफओ ने कहा था कि कजा कर बनाए गए मकानों को खाली कराकर वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया जाएगा। इसी कड़ी में शनिवार की सुबह करीब 6 बजे ग्राम चोरकाकछार में प्रशासन, राजस्व, वन विभाग व नगर निगम की संयुक्त टीम 5 बुलडोजर लेकर अवैध मकानों को ध्वस्त करने पहुंची। ग्रामीणों के विरोध व किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए टीम के साथ 500 पुलिसकर्मी व करीब 150 वन रक्षक भी मौजूद रहे। इसके बाद संयुक्त टीम ने 39 मकानों को ध्वस्त कर दिया। इनमें से अधिकांश मकान पक्के के बने हुए थे। संयुक्त टीम को 2 लोगों ने वन भूमि का पट्टा दिखाया, इस वजह से उनके मकान बच गए।