- ऊंची पहुंच वालों की वजह से पुलिस ने मामला बनाया एक तरफा,सूरजपुर में विराट सॉल्वेंट फैक्ट्री पर हिंसक हमला…संचालक के मुताबिक एक करोड़ की क्षति,फिरौती या मजदूरी विवाद?

-शमरोज खान-
सूरजपुर,21 मई 2025 (घटती-घटना)। जिला मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर दूर एक सॉल्वेंट फैक्ट्री में विवाद उत्पन्न हो गया इस विवाद की वजह अलग-अलग बताई जा रही है जहां पर फैक्ट्री के संचालक द्वारा इस लूट व मारपीट का मामला बताया जा रहा है तो वही ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला उनके प्लांट के वेस्टेज पानी का तालाब में जाने की वजह से है जिसे लेकर मामला तहसील न्यायालय में विचाराधीन है बिना एनओसी के ही इन्होंने वहां पर साल्वेंट प्लांट बनाया गया। साल्वेंट प्लांट के गंदे पानी की वजह से आए दिन ग्रामीणों का विवाद रहता है ग्रामीण इस मुद्दे को लेकर शुरू से ही विरोध कर रहे हैं पर उनके विरोध पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही थी बताया यह भी जाता है कि प्लांट के संचालक काफी पहुंच पकड़ वाले हैं और काफी रसुकदार है जिस वजह से आज उनका प्लांट नियम विरुद्ध तरीके से वहां पर संचालित है और उनके प्लांट का वेस्टेज पानी लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है इसी बीच मजदूरों को भुगतान न करना और किसी मजदूर पर हाथ उठा देने की वजह से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और प्लांट का घेराव कर दिया इसके बाद मामला तूल पकड़ लिया और संचालक के बेटों के साथ मारपीट का मामला सामने आया जहां पर ग्रामीण ने सिर्फ यह मारपीट इस वजह से की क्योंकि मजदूरी न देने की वजह से उसे गांव के एक मजदूर के साथ उन्होंने दुर्व्यवहार तो किया ही और पैसे न देने के आवाजे में उसके साथ मारपीट की जिसे लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और पूरे मामले विवाद का रूप ले लिया।
मिली जानकारी के अनुसार नेवरा गांव स्थित विराट सॉल्वेंट प्लांट में सोमवार रात एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया, करीब 50 से अधिक हमलावरों ने फैक्ट्री पर धावा बोलते हुए जमकर तोड़फोड़, लूटपाट और मारपीट की,इस हमले में फैक्ट्री संचालक और एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, फैक्ट्री ने संचालक लगभग एक करोड़ रुपए का नुकसान की आशंका जताई जा रही है, वहीं प्लांट संचालकों का आरोप है, कि प्लांट में घुसे हमलावरों ने 27 लाख रुपए की नकद लूट कर ले जाने का आरोप लगाया है,अब यह आरोप संचालक का कितना सही है यह तो जांच का विषय है पर ग्रामीणों की माने तो ऐसा कोई घटना नहीं हुआ है।
हमेशा विवादों में रहते हैं साल्वेंट प्लांट संचालक
साल्वेंट प्लाट संचालक जहां प्लांट के मालिक तो है ही राइस मिलर भी है और इनका हमेशा विवादों से नाता रहता है क्योंकि अपने आप को भाजपा के बहुत बड़े समर्थक तो बताते ही हैं साथ ही हर विधायक मंत्री के गरीबी भी है,पिछली बार इनका कोरिया में भी एक ऐसा ही विवाद हुआ था राइस मिल की जमीन को लेकर जहां पर उन्होंने खूब गाली गलौज किया था फोन पर व विधायक मंत्री की धमकी भी दी थी,इन की हर बात धमकियों में ही रहतीहै, इनका लहजा भी कुछ ठीक नहीं है और उनके बच्चों का भी लहजा कुछ खराबी रहा है जिस वजह से हमेशा विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है,इस बार भी सूत्रों का कहना है कि बच्चों के लहजे के वजह से ही विवाद उत्पन्न हुआ और यह विवाह सिर्फ मजदूरी भुगतान को था छोटे-छोटे चीजों को लेकर यह अपना बहुत बड़ा पहुंच बनाते हैं और बड़े पहुंच बताने के चक्कर में यह गुंडे का रूप भी ले लेते हैं। डराना धमकाना इनकी फितरत में है इस बात से पूरा शहर इत्तेफाक रखता है। एक तो पर्यावरण के विपरीत व गांव के लोगों कि बिना सहमति के साल्वेंट प्लाट संचालित कर रहे हैं और उसका गंदा पानी तालाब में भेज रहे हैं।
संचालक का आरोप
हमलावर लाठी डंडों और लैस होकर शाम करीब 08 बजे फैक्ट्री परिसर में घुसे,दस्तावेजों को जलाया गया, वाहनों में तोड़फोड़ की गई,,वारदात के बाद कोतवाली पुलिस बल भारी संख्या में मौके पर पहुंचा और हालात पर काबू पाया,फिलहाल पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। फैक्ट्री संचालक ने इसे सुनियोजित आपराधिक साजिश बताया है,उनका दावा है कि कुछ दिन पहले अज्ञात लोगों ने प्लांट चलाने के एवज मे रुपए की मांग की थी और इनकार के बाद यह हमला हुआ,हालांकि पुलिस ने मामले में फिलहाल कोई ठोस बयान नहीं दिया है और जांच जारी रहने की बात कही है।
प्लांट के मालिक राइस मिलर भी है जिस वजह से राइस मिलर भी उनके सहयोग में खड़े हैं…
इस घटना से आक्रोशित राइस मिलर्स एसोसिएशन ने कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की,उन्होंने कहा कि ऐसे हमले उद्यमियों में भय का वातावरण पैदा कर रहे हैं और उद्योग जगत की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
ग्रामीणों ने मजदूरी विवाद बताया है…
वहीं दूसरी ओर,नेवरा गांव के स्थानीय लोगों ने इस घटना को मजदूरी विवाद से उपजा बताया है, ग्रामीणों के अनुसार, एक नाबालिग मजदूर द्वारा अपनी मजदूरी मांगने पर संचालक ने उसे पीट दिया, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने फैक्ट्री पर धावा बोल दिया, हालांकि संचालक ने मारपीट से इनकार किया है , ग्रामीणों का दावा है कि लूटपाट जैसी कोई घटना नहीं हुई, और उन्होंने सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की है,फिलहाल पुलिस दोनों एंगल से जांच कर रही है, एक ओर अवैध वसूली की साजिश की आशंका, तो दूसरी ओर मजदूरी विवाद से उपजा आक्रोश,यह जांच का विषय है कि सच के पीछे कौन-सी परत छुपी है, जिलेभर की निगाहें अब प्रशासन की निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई पर टिकी हैं।