
भारत के अभिन्न हिस्से कश्मीर पहलगाम पर हुए आतंकी हमले ( 23 अप्रैल 2025) के पश्चात भारत सरकार द्वारा कई कठोर कदम उठाए गए । जिनमें से सिंधु समझौते को स्थगित करना तथा वीजा इत्यादि रद्द करना शामिल था। जिसे लेकर पाकिस्तान में कोहराम मचा हुआ था। जिसे पाकिस्तान में एक तरह से युद्ध के ऐलान की तरह देखा गया । तथ्यों पर आधारित पहलगाम हमले के जवाब में भारत सरकार के निर्देश अनुसार भारत की वायु सेवा द्वारा पाकिस्तान की भूमि पर बने कई आतंकी सेंटरों को खत्म कर दिया गया। जिसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत से जुड़े बॉर्डर प्रदेशों में ड्रोनेस द्वारा हमला किया। इन ड्रोनेस को मार गिराया गया और किसी तरह की नुकसान ना होने की घोषणा की गई। तत, पश्चात भारत द्वारा पाकिस्तान के लाहौर और सियालकोट जैसे शहरों पर हमला किया गया। जवाबदारी का ये सिलसिला अभी जारी है । हालांकि दुनिया भर के देशों द्वारा इस तनाव और जवाबदारी के सिलसिले को रोकने का प्रस्ताव किया जा रहा है। अभी मौजूदा हालात में यदि हम सिचुएशन को देखें तो पायेंगे कि अभी तक ऑफिशियल युद्ध की घोषणा नहीं की गई है । परंतु दोनों देशों की तरफ से एक दूसरे को जवाबदारी का सिलसिला बरकरार है । जिससे आम आदमी में एक तनाव दहशत का माहौल देखने को
मिल रहा है। मौजूदा हालात में भी दो तरह के मत दिखाई पड़ रहे हैं । कुछ लोग युद्ध के हक में है और कुछ आज भी शांति का संदेश लिए हुए दिखाई देते हैं । लोग युद्ध से होने वाले विध्वंस से बचना चाहते हैं । ये सभी जानते हैं कि यदि युद्ध छिड़ा तो वह लंबा चलेगा और जिसका प्रभाव देश दुनिया पर दिखाई देगा । देश जो आज कई अन्य समस्याओं से झूल रहा है वह आर्थिक रूप से हिल जाएगा। पाकिस्तान की हालत पहले से ही खराब है ऐसी स्थिति में आवाम खौफ के साए में जी रही है। जो लोग युद्ध के मत में है वह
पाकिस्तान द्वारा आधिपत्य जमाए हुए आजाद कश्मीर की मांग कर रहे हैं। लोग आए दिन के आतंकी हमलों से छुटकारा पाना चाहते है । पाकिस्तान को आतंकवादियों का गढ़ माना जाता है। बंटवारे से चला आ रहा कश्मीर का मुद्दा एक विकराल रूप ले चुका है । आम नागरिक अपनी अपनी सरकारों से सुरक्षा की उम्मीद लगाए हुए है। इतिहास गवाह है जब भी युद्ध हुआ है, विनाश का मंजर दिखता है । परंतु यह भी सत्य है कि विनाश के पाश्चात्य ही एक नया आरंभ होता है । ये समय बहुत नाजुक है ऐसे में सभी नागरिकों का कर्तव्य है कि वह सरकार ओर सेना के दिए गए निर्देशों का पालन करे । शरारती तत्वों के बहकावे में ना आए। देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें। बॉडर पर तैनात सेना के जवानों की सलामती की दुआ करें। आतंकवाद को खत्म करना बेहद जरूरी है मगर इसे मिलकर बिना कड़वाहट और युद्ध के खत्म किया जा सके तो इस से बड़ी कोई बात नहीं । इसके लिए संपूर्ण विश्व को एक जुट होना होगा। यदि कोई भी देश आतंकियों को शरण नहीं देगा तो आतंकवाद पनप नहीं पाएगा और अंत निश्चित ही होगा।
जय हिंद जय भारत
केशी गुप्ता
द्वारका,दिल्ली