- सरगुजा आईजी कार्यालय के कर्मचारियों पर लग रहे हैं गंभीर आरोप
- पुलिसकर्मी पुलिसकर्मी से ही परेशान,मामला नौकरी से त्यागपत्र तक पहुंचा, मामला सरगुजा जिले के लुण्ड्रा पुलिस थाने के आरक्षक से जुड़ा हुआ…
- आईजी सरगुजा कार्यालय के स्टेनो पर आरक्षक ने लगाया आरोप,बुलावे पर नहीं जाने पर आईजी के स्टेनो ने कराया तबादला यह लगाया आरोप
- आईजी सरगुजा के स्टेनो पर पहले भी लग चुका है आरोप,अन्य व्यक्तियों का बार कोड भेजकर करते हैं वसूली यह लगा था आरोप:सूत्र
- क्या आईजी सरगुजा के स्टेनो पर लग रहे आरोप सही हैं,आखिर क्यों नहीं होती इसकी निष्पक्ष जांच?
- सरगुजा आईजी कार्यालय के कौन से कर्मचारी कर रहे हैं अवैध वसूली किस दुकानदार के बारकोड में मंगवा रहे थे पैसा?
- सरगुजा आईजी स्टेनो का कर्मचारी सभी जिले के पुलिसकर्मियों से वसूल रहे हैं पैसा:सूत्र
- किसी दुकानदार के बारकोड में मंगाया जा रहा है पैसा…आईजी साहब के कार्यालय में चल रहा है बड़ा खेल…बातों से अनजान है?
-अंजनी सिंह-
अंबिकापुर,24 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। सरगुजा आईजी के तबादले के बाद अब परत-दर-परत एक कर्मचारी की दोषपूर्ण कार्यशैली की खबरें सामने आने लगी है कुछ दिन पहले वहां के एक कर्मचारी के द्वारा सभी जिले के पुलिसकर्मियों से अवैध वसूली की खबरें सूत्रों के माध्यम से आ रही थी,सभी कर्मचारियों को बारकोड किसी दुकानदार का भेजकर वसूली वहां के एक कर्मचारी द्वारा की जा रही थी,अब वहां पर पदस्थ स्टेनो के ऊपर उसी के विभाग के एक कर्मचारी ने परेशान करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है,पहले अवैध वसूली और अब अपने ही विभाग के कर्मचारियों को डराने-धमकाने की बात सामने आई है जो अब जांच का विषय बन गया है अब देखना यह है कि इसमें किस प्रकार की जांच कार्यवाही होती है।
सरगुजा जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है जिसमें एक पुलिस विभाग के आरक्षक ने एक अन्य आरक्षक सहित आईजी के स्टेनो पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और खुद को प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए उसने नौकरी से त्यागपत्र देने की बात लिखित में पुलिस अधीक्षक सरगुजा से कही है,वैसे कहा जाए तो एक तरह से उसने त्यागपत्र ही दिया है और पुलिस अधीक्षक से स्वीकार करने की मांग की है। यह नौकरी से त्यागपत्र का मामला यह बतलाता है कि कैसे एक पुलिसकर्मी पुलिसकर्मियों से ही परेशान है और इस कदर क्षुब्ध है कि वह नौकरी से त्यागपत्र देने की बात कर रहा है।
प्रताड़ना से तंग आकर नौकरी से त्यागपत्र देने का निर्णय
बता दें कि आरक्षक सरगुजा जिले के लुण्ड्रा पुलिस थाने में पदस्थ है जिसका नाम अमित कुमार राजवाड़े है और जो जिसने एक प्रधान आरक्षक सहित आईजी कार्यालय के उनके स्टेनो पर आरोप लगाया है प्रताड़ना और कई तरह की प्रताड़ना का और प्रताड़ना से तंग आकर वह नौकरी से त्यागपत्र देने की बात कर रहा है। वैसे आईजी कार्यालय के कुछ कर्मचारी आईजी सरगुजा के नाम से अवैध वसूली कर रहे हैं और अपने ही विभाग के पुलिसकर्मियों से वह अवैध वसूली कर रहे हैं और इसके लिए वह अन्य लोगों के बार कोड का सहारा ले रहे हैं ऐसी बातें हाल फिलहाल में सामने आई थीं और बताया जा रहा है कि यह काम उन्हीं स्टेनो महोदय का है जिनकी शिकायत आज पुलिस अधीक्षक से प्रताडि़त करने को लेकर एक आरक्षक कर रहा है, आरक्षक के आवेदन को यदि गौर से पढ़ा जाए तो उसने यह उल्लेख किया है कि उसे आईजी के स्टेनो ने कई बार बुलावा भेजा और नहीं जाने पर उसे परेशान करने के उद्देश्य से बलरामपुर जिले के लिए तबादला कर दिया गया। वैसे यदि आरक्षक की बातों में जरा भी सच्चाई है तो आईजी कार्यालय के स्टेनो पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए वरना जब पुलिस के उच्च कार्यालयों के ही कर्मचारियों से पुलिसकर्मी परेशान रहेंगे पुलिस से अन्य लोग न्याय की उम्मीद कैसे करेंगे यह विचारणीय हो जाता है।
किस दुकानदार के बारकोड में मंगवाया जाता था पैसा?
सरगुजा रेंज के आईजी कड़ी कार्रवाई के लिए जाने जाते रहे हैं पर इस समय जो सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है वह काफी चौंकाने वाली खबर है सूत्रों का दावा है कि आईजी साहब के कार्यालय के कुछ कर्मचारी उनके पीठ के पीछे उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं स्टेनो व कर्मचारी सभी जिले के पुलिसकर्मियों से अवैध उगाही कर रहे हैं ऐसी जानकारी सामने आ रही है जिसके लिए वह अंबिकापुर के ही किसी दुकानदार का बारकोड भेजते हैं और उसी में पैसे मंगवाते हैं यह बारकोड किसका है यह जांच का विषय बन गया है और यह पैसा कहां जा रहा है और किसके लिए यह उगाही हो रही है यह भी जांच का विषय बना हुआ है? सूत्रों का कहना है कि वहां पर एक स्टेनो व कर्मचारी काफी लंबे समय से जमे हुए हैं जो ऐसी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं और आईजी कार्यालय को भी बदनामी में झोंक दिए है, जिन कर्मचारियों से पैसे लिए जा रहे हैं वह आईजी साहब के नाम से मंगाया जाता है ऐसा बताते हैं, अब कर्मचारी इतने दिलेर तो है नहीं कि आईजी साहब से पूछ ले वह भी बिना सोचे समझे अब आईजी साहब का स्टेनो मांग रहा है तो दे दे रहे हैं अब उनकी भी औकात नहीं है कि वह मना कर सके एक कर्मचारी ने नाम ना बताने की शर्त पर यह बात बताई है और बारकोड की जानकारी देकर कहा है कि बारकोड के माध्यम से ही पैसे जा रहे हैं और ऐसा सरगुजा के सभी जिले में देखने को मिल रहा है अब यह जांच का विषय है दैनिक घटती-घटना इस बात की पुष्टि नहीं करता है पर जांच की मांग जरूर करता है और यह बात धीरे-धीरे पूरे पुलिस महकमे में फैली हुई है सिर्फ यदि इससे कोई अनजान है तो वह सरगुजा रेंज के आईजी साहब है जिन्हें अब इस मामले पर संज्ञान लेना होगा…और इसकी वास्तविक स्थिति का पता करना होगा। वैसे सूत्रों का कहना है कि किसी अमनदीप सिंह के खाते में वह पैसा जाता है जिसका वह बारकोड भेजता है ऐसे में सवाल यह उठता है कि ऐसे एक दो बारकोड और है जिसमें बदल बदल कर पैसा मंगाया जाता है अभी किसका खाता है और इस खाते में कैसे पैसा जाता है यह भी जांच का विषय बन गया है।