अंबिकापुर, 02 जनवरी 2024 (घटती-घटना)।33 हाथियों का दल अंबिकापुर शहर के करीब डेरा जमाए हुए है। मंगलवार की सुबह नेशनल हाइवे 43 अंबिकापुर-रायगढ़ मुख्य मार्ग पर आ गया। हाथियों के एनएच में आ जाने अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। कुछ देर के लिए एनएच पर आवागमन को रोकना पड़ा। हाथियों का दल शहर के करीब 8-9 किमी दूर बांकी डेम के समीप डटा हुआ है।
33 हाथियों का दल अंबिकापुर के आसपास विचरण कर रहा था। हाथियों का यह दल लुण्ड्रा की ओर से अंबिकापुर के समीप पहुंच गया है। लालमाटी,बधियाचुआं,बांकी डेम के आस पास हाथियों का दल तीन से चार दिनों से विचरण कर रहा है। मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे हाथी नीचले खेतों से चढक¸र नेशनल हाइवे 43,अंबिकापुर-रायगढ़ मुख्य मार्ग में आ गए। इससे एनएच में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद हाथी बधियाचुआ से होते हुए बांकी डेम के समीप शाम तक डटे हुए थे। हाथियों की निगरानी वन अमले द्वारा दिन के साथ रात में भी की जा रही है। डीएफओ ने बताया कि बलरामपुर-राजपुर रेंज से जिले में पहुंचा हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस दल में लगभग 33 हाथी हैं। हाथियों के दल को लुण्ड्रा से वापस बलरामपुर अपने पारंपरिक मार्ग से जाना था। बीते शुक्रवार से हाथियों का दल लुण्ड्रा क्षेत्र में पहुंचा है। वन विभाग द्वारा 6 टीम गठित की गई है। जिसमें वन विभाग, पुलिस बल और हाथी मित्र शामिल हैं। वन विभाग द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है, साथ ही सघन निगरानी के लिए ड्रोन के जरिए भी नजर रखी जा रही है। वर्तमान में मार्ग बाधित होने के कारण हाथियों का दल गंजाडांड, लालमाटी, बांसाझाल और सुमेरपुर वन क्षेत्र में विचरण कर रहा है। एसडीएम लुण्ड्रा ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में स्कूल की छुट्टी कर दी गई है। पीवीटीजी सर्वे को भी रोकने निर्देशित किया गया है। लोगों को सतर्क करते हुए जंगल की ओर ना जाने की अपील की गई है। वन विभाग द्वारा आम जन से अपील की गई है कि हाथियों के दल का मार्ग बाधित ना करें। हाथियों के दल को देखने उनके पास ना जाएं, वीडियो बनाने के लिए नजदीक ना जाएं। शोर मचाकर और पटाखे फोडक¸र उन्हें आक्रोशित ना करें। वे अपने पारंपरिक मार्ग से आवागमन करते हुए वापस बलरामपुर रेंज की ओर निकलेंगे।
