गहलोत गुट के विधायको का हाईकमान
को अल्टीमेटम-वापस नही लेगे इस्तीफा
जयपुर, 01 अक्टूबर 2022। काग्रेस के लिए राजस्थान की राजनीति सिरदर्द बनती जा रही है। यहा सियासी सकट अभी तक बरकरार है। अशोक गहलोत ने भले ही यह कहा है कि उनके लिए पद कोई मायने नही रखता और वह पार्टी को मजबूत बनाना चाहते है, लेकिन उनके विधायको ने एक बार फिर हाईकमान को चुनौती दे दी है। इन बागी विधायको की तरफ से एक अल्टीमेटम जारी किया गया है। इसमे विधायको ने साफ कर दिया है कि दिल्ली से जब तक अशोक गहलोत के मुख्यमत्री पद पर रहने का ऐलान नही होगा, तब तक वे अपनी इस्तीफा वापस नही लेगे।
हालाकि अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई पर पार्टी आलाकमान ने अभी फैसला करना है। पार्टी का कहना है कि सोनिया गाधी राजस्थान के मुख्यमत्री के बारे मे एक-दो दिन मे फैसला ले लेगी। वही अगर काग्रेस हाईकमान गहलोत के खिलाफ फैसला लेता है तो सरकार अल्पमत मे आ सकती है। इस समय सभी की निगाहे राजस्थान पर टिकी है।
बता दे कि काग्रेस अध्यक्ष के चुनाव मे पार्टी हाईकमान अशोक गहलोत के नाम पर विचार कर रहा था। ऐसे मे उनकी जगह राजस्थान के सीएम पद पर सचिन पायलट की ताजपोशी किए जाने की चर्चाए तेज हो गई थी। इस सबध मे पार्टी की तरफ से मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को जयपुर भेजा गया था। दोनो ऑजर्वर को विधायक दल की बैठक लेना था लेकिन उससे पहले ही गहलोत समर्थक विधायको ने मत्री शाति धारीवाल के घर एकत्रित होकर सामूहिक इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिए थे।
